Edited By Priyanka rana,Updated: 20 Jan, 2019 11:44 AM
पंजाब में सेना भर्ती घोटाले में अहम कामयाबी हासिल करते हुए रोपड़ पुलिस ने 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
चंडीगढ़(शर्मा) : पंजाब में सेना भर्ती घोटाले में अहम कामयाबी हासिल करते हुए रोपड़ पुलिस ने 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इस संबंध में जानकारी देते हुए सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि पुलिस ने आरोपियों से 29 आधार कार्ड, 48 व्यक्तियों से संबंधित फर्जी दस्तावेज और 8 लाख रुपए की नकदी बरामद की है। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान योगेश, मनजीत, सुनील, मनोज और अमित के तौर पर हुई है।
इसके अलावा पुलिस ने 68 तस्दीकियां और एस.एच.ओ., तहसीलदार व म्यूनिसिपल काऊंसलर आदि अलग-अलग पदाधिकारियों से संबंधित सरकारी मोहरें भी जब्त की हैं। पिछले 5 सालों के दौरान इस गिरोह की तरफ से 26 व्यक्तियों को फर्जी जाति सर्टीफिकेट और रिहायश संबंधी सर्टीफिकेट बनाकर सिख, जे. एंड के. और आर्टिलरी रैजीमैंट में फर्जी तरीके से भर्ती करवाया गया था।
भर्ती प्रक्रिया के लिए यह गिरोह हरेक व्यक्ति से 3 से 5 लाख रुपए वसूलता था। प्राथमिक जांच से ये तथ्य सामने आए हैं कि योगेश निवासी स्लेम टाबरी, लुधियाना इस गिरोह का सरगना था जिसने पिछले 5 सालों के दौरान हरियाणा के करीब 150 व्यक्तियों के फर्जी दस्तावेज तैयार किए थे।
क्लर्क करते थे गोरखधंधे में मदद :
प्रवक्ता ने बताया कि इस गोरखधंधे को पटियाला, फिरोजपुर और लुधियाना के भर्ती केन्द्रों के क्लर्कों की मिलीभगत से अंजाम दिया जाता था जो अपना हिस्सा लेने के बाद फर्जी दस्तावेजों को तस्दीक कर देते थे।
नौजवानों कों फंसाते थे जींद के मनजीत और सुनील :
जींद के मनजीत और सुनील द्वारा सेना में भर्ती होने के इच्छुक नौजवान फंसाए जाते थे जिससे उनको कम कम्पीटीशन वाले पंजाब के इलाकों में लाया जा सके। भर्ती प्रशिक्षण अकादमी चलाने वाले जींद के निवासी मनजीत और सुनील को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इसी तरह फिरोजपुर के रहने वाले मनोज और अमित भी फाजिल्का, मोगा, फरीदकोट और फिरोजपुर जिलों से भर्ती होने वाले नौजवान मुहैया करवाते थे।
एन.सी.ओ. के भी नाम आए सामने :
संदिग्धों की पूछताछ के दौरान लुधियाना, ग्वालियर, फिरोजपुर, भुवनेश्वर में तैनात कई नॉन-कमीशन अफसरों(एन.सी.ओ) के नाम भी सामने आए हैं। ये एन.सी.ओ. भर्ती अथॉरिटी और भर्ती होने वाले नौजवानों के बीच की कड़ी बताए जाते हैं।