Edited By ,Updated: 01 Jan, 2015 05:29 PM
पंजाब कांग्रेस विधायक दल के नेता सुनील जाखड़ ने कहा है कि भाजपा को अब नशों के खिलाफ बोलने का नैतिक ...
जालंधर(धवन): पंजाब कांग्रेस विधायक दल के नेता सुनील जाखड़ ने कहा है कि भाजपा को अब नशों के खिलाफ बोलने का नैतिक अधिकार नहीं है क्योंकि अगर पार्टी नशों को लेकर गंभीर होती तो वह विधानसभा सत्र में कांग्रेस के अविश्वास प्रस्ताव का विरोध करके अकाली सरकार को बचाने की कोशिश न करती।
जाखड़ ने कहा कि भाजपा का दोहरा चेहरा पंजाब के लोगों के सामने बेनकाब हो चुका है। उन्होंने बताया कि अकाली सरकार अगर गिर जाती तो पंजाब के लोगों को नशों से मुक्ति मिल जानी थी परन्तु भाजपा नहीं चाहती कि पंजाब में नशे खत्म हो।
उन्होंने कहा कि भाजपा कभी अमित शाह को बुलाने की बातें करती हैं तो कभी जागरूकता रैलियां निकालने की पर अब पार्टी पर कोई भरोसा करने वाला नहीं है।
जाखड़ ने कहा कि अकाली दल तथा भाजपा दोनों ही नशों को लेकर मगरमच्छ के आंसू बहा रहे हैं। उन्होंने बताया कि भाजपा भी अकाली दल के साथ पंजाब में नशे बढऩे तथा पंजाब में हो रही लूट-खसूट व माफिया राज के लिए बराबर की जिम्मेदार हैं।
जाखड़ ने कहा कि अकाली कभी बी.एस.एफ. के खिलाफ रैली करने की बात करते हैं तो बाद में उस रैली का विरोध सुखदेव सिंह ढींडसा द्वारा किया जाता है। मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल भी पार्टी नेतृत्व के स्टैंड से पीछे हट जाते हैं क्योंकि जनता ने इस मुद्दे को लेकर अकाली दल के स्टैंड को बुरा मनाया था।
बी.एस.एफ. राष्ट्र की सीमाओं की सुरक्षा बेहतर ढंग से कर रही है। उन्होंने कहा कि वास्तव में अकाली दल के पैरों से जमीन खिसक चुकी है इसलिए वह पंजाब के हालात को खराब करने पर तुले हुए हैं। उन्होंने बताया कि भाजपा नेताओं को अब बिक्रम मजीठिया से इस्तीफा मांगने का भी अधिकार नहीं है।
भाजपा केवल अपनी धूमिल हो रही छवि को बचाने के लिए ऐसे बयानबाजी करने में लगी हुई है। वास्तविकता यह है कि कांग्रेस ने पंजाब के लोगों को माफिया राज व नशों से मुक्ति दिलाने के लिए ही विधानसभा में अकाली सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया था। अब जनता की कचहरी में भाजपा के लिए कुछ भी बोलने के लिए बचा नहीं है।