Edited By ,Updated: 26 Feb, 2015 05:55 PM
पूर्व रेल मंत्री पवन कुमार बंसल ने रेल बजट की पुरानी योजनाओं को नया रूप देने का प्रयास बताया है।
चंडीगढ़: पूर्व रेल मंत्री पवन कुमार बंसल ने रेल बजट की पुरानी योजनाओं को नया रूप देने का प्रयास बताया है। उनका कहना है कि आम लोगों को गुमराह किए जाने का प्रयास रेल बजट में किया गया है। किराए में 20 प्रतिशत तक की कमी होनी चाहिए थी क्योकि डीजल के दाम लगभग आधे हो चुके हैं और लोकसभा में यह पारित हो चुका है कि हर छह माह बाद डीजल व बिजली के दामों की समीक्षा कर रेल भाड़े निर्धारित किए जाएंगे पर एन.डी.ए. सरकार ने ऐसा नहीं किया।
पवन कुमार बंसल ने कहा कि महिला सुरक्षा, सफाई और आधुनिकीकरण को बजट में प्राथमिकता दी गई है लेकिन उसमे नया कुछ नहीं है यह तो हर बजट में होता है। सुरेश प्रभु ने कहा है कि रेल बजट के माध्यम से मंहगाई पर अंकुश लगाने की कोशिश की गई है।
बंसल की मोदी सरकार को नौ महीने में रेलवे क्षेत्र कार्यों कर रेल बजट बनाना चाहिए, जो घोषनाएं एन.डी.ए. ने की थी उन पर बजट में ध्यान ही नहीं दिया गया। उतरी खासकर, पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश व चंडीगढ़ में कोई प्रावधान नहीं दिखा जिसे लेकर मंत्री मायूस हैं।