Edited By ,Updated: 14 Mar, 2015 12:42 PM
हर दंपति की शादी के बाद इच्छा होती है कि उसके घर नन्हें-मुन्ने बच्चे की किलकारियां गूंजें।
चंडीगढ़: हर दंपति की शादी के बाद इच्छा होती है कि उसके घर नन्हें-मुन्ने बच्चे की किलकारियां गूंजें। अधिकतर देखा जाता है कि बेटे की चाहत में अधिकतर युवतियां दवा ले लेती हैं लेकिन इस दवा से होने वाले नुक्सान के बारे में शायद ही आप जानते होंगे।
पी.जी.आई. के डॉक्टरों का मानना है कि बेटे के जन्म का दावा करने वाली महिलाओं को खिलाई जाने वाले बीज के कारण ट्रांसजेंडर बच्चे पैदा होते हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार हरियाणा में अब भी कई जगह पर प्रेग्नेंसी के दौरान शिवलिंगी और मधुफल की पुड़िया दी जा रही है।
डॉक्टरों ने जब शिवलिंगी बीज का लेबोरेट्री में टेस्ट किया तो उन्हें पता चला कि स्टेरॉयड की मात्रा ज्यादा होने के कारण ऊपर से तो पुरुष दिखने वाले बच्चों के पेट के अंदर बच्चेदानी और यूटरस होते हैं।
पटियाला आयुर्वेदिक कॉलेज के प्रोफैसर डॉ. आदर्श कुमार का बेटा पैदा होने की दवा के बारे में कहना है कि कुछ लोग संतान प्राप्ति की दवा को ही बेटा पैदा होने के दवा के नाम पर बेचते हैं हालांकि एेसी कोई भी दवा नहीं है जिससे बेटा ही पैदा हो। उन्होंने एेसी दवाओं को सिरे से खारिज किया है।