Edited By ,Updated: 06 Jun, 2015 02:51 PM
लोहे का सामान बनाकर देने वाले गाड़ियों वाले लुहार तो आपने देखे ही होंगे। जो गांव-गांव घूमकर अपना और परिवार का गुज़ारा करते हैं, परंतु ...
मलेरकोटलाः लोहे का सामान बनाकर देने वाले गाड़ियों वाले लुहार तो आपने देखे ही होंगे। जो गांव-गांव घूमकर अपना और परिवार का गुज़ारा करते हैं, परंतु अब जैसे-जैसे समय बीत रहा है इनके हाथ में जो हुनर था उसकी कद्र भी कम हो गई है और वह अपने परिवार का पेट भरने के लिए और काम कर रहे हैं।
जब इन लुहारों के साथ 'पंजाब केसरी' टीम ने बातचीत की तो उन्होंने कहा कि किसी भी सरकार ने उनकी सार नहीं ली और न ही उनके सरकारी प्रूफ आज तक बने हैं। उधर गांव वासियों ने भी सरकार से मांग की है कि इन्हें इनका हक दिया जाए और वह अपने बच्चों का भविष्य सवार सकें।