Edited By Sonia Goswami,Updated: 12 Jul, 2018 03:56 PM
पंजाब में सरकारी स्कूलों के अध्यापक अब अपनी मर्जी मुताबिक कपड़े पहन कर स्कूल नहीं जा सकेंगे क्योंकि शिक्षा मंत्री ओ. पी. सोनी ने सख्त फरमान जारी कर दिया है
मोहालीः पंजाब में सरकारी स्कूलों के अध्यापक अब अपनी मर्जी मुताबिक कपड़े पहन कर स्कूल नहीं जा सकेंगे क्योंकि शिक्षा मंत्री ओ. पी. सोनी ने सख्त फरमान जारी कर दिया है कि अध्यापकों को अब पैंट-कमीज में ही स्कूल आना पड़ेगा। वह कुर्ता पायजामा या केजुअल कपड़े पहन कर स्कूल नहीं आएंगे। शिक्षा मंत्री ने कहा कि अध्यापक नई पीढ़ी के लिए रोल माडल हैं, इसलिए वह पैंट-कमीज में ही स्कूल जाएं न कि कुर्ते-पायजामे में।
सोनी ने बुद्धवार को शिक्षा विभाग और बोर्ड आधिकारियों की बैठक दौरान बातचीत की। इस दौरान यह अहम फैसला लिया गया। इसके अलावा अध्यापकों के लिए एक ही स्टेशन पर स्टे टाईम, स्कूलों का नतीजा अच्छा लाने, बच्चों को सरकारी स्कूलों की तरफ प्रेरित करने और पेपर लीकेज बारे विचार-विमर्श किया गया।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि यदि अध्यापक स्कूल के दिन आकर चंडीगढ़ में धरना-प्रदर्शन करते हैं तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि सरकार अध्यापकों का सम्मान करती है और उनकी जायज मांगों को भी माना जाएगा परन्तु ऐसा नहीं है कि अध्यापक चण्डीगढ़ में आकर प्रदर्शन करें और विद्यार्थियों की पढ़ाई खराब हो। इसी तरह शिक्षा विभाग चंडीगढ़ ने महिला अध्यापकों को स्कूल में ट्राऊज़र, पलाजो और लैगिंग न डाल कर आने का फरमान सुनाया है। विभाग का मानना है कि इसके साथ स्कूल का माहौल खराब होता है, इसलिए अध्यापिकाएं सूट या साड़ी पहन कर ही स्कूल जाएं।