Edited By Yaspal,Updated: 27 Mar, 2019 08:03 PM
बुधवार को यूटी एक्साइज एंड टैक्सेशन डिपार्टमेंट ने शराब की बोली लगाई है। जिसके बाद यूटी नें बताया है कि 2019-20 के लिए नीलामी में 98 से 81 शराब की बिक्री 343 करोड़ रुपये देखी......
चंडीगढ़: बुधवार को यूटी एक्साइज एंड टैक्सेशन डिपार्टमेंट ने शराब की बोली लगाई है। जिसके बाद यूटी नें बताया है कि 2019-20 के लिए नीलामी में 98 से 81 शराब की बिक्री 343 करोड़ रुपये देखी गई है।जो कि उसके आरक्षित मूल्य से 34 प्रतिशत अधिक है और पिछले साल की नीलामी राजस्व से 74 करोड़ रुपये ज्यादा है। खुदा लोहोरा में वेंड्स जो चंडीगढ़ कुराली मार्ग से पलसोरा से जोड़ता है उस रास्ते में शराब की बिक्री के लिए 8.55 करोड़ रु की बोली लगी है। जो कि अपने आरक्षित मूल्य से लगभग 200 प्रतिशत अधिक है। लेकिन बराड़ ने कहा कि 17 वेंड्स के लिए नीलामी बुधवार को होने वाली नीलामी में नहीं होगी।
दूसरी तरफ देखे तो 1 अप्रैल 2019 से पंजाब में शराब के दामों मेें 20 प्रतीशत तक की बढ़ जाएगे। क्योंकि शराब की उच्च बोली लगाने की कीमतें और शराब के शुल्क में वृद्धि का मतलब कीमतों में वृद्धि होगी। एक प्रतिभावान मालिक, दर्शन सिंह कलेर ने कहा कि अधिकांश भारत निर्मित विदेशी शराब ब्रांडों की कीमतें 20-25 प्रतिशत बढ़ेंगी, लेकिन हरियाणा और पंजाब की तुलना में अभी भी कम होगी। बीयर और वाइन की कीमतों में मामूली वृद्धि होने की संभावना है क्योंकि उन पर शुल्क अपरिवर्तित हैं।
चंडीगढ़ के धनास गाँव में शराब की सबसे अधिक बोली पिछले साल आरक्षित मूल्य की तुलना में 10.78 करोड़ रुपये की उच्चतम बोली लगी हैै। पिछले साल रायपुर खुर्द में बोली रखी गई थी। जिसने 6.60 करोड़ रुपये की बोली दे कर बोली रिकॉर्ड को तोड़ा था। डिप्टी कमिश्नर मन्दिर सिंह बराड़ यूटी कमिश्नर फॉर एक्साइज एंड टैक्सेशन कहना है कि यह पहली बार हुआ है, जब विभाग ने सफलतापूर्वक ई-टेंडरिंग के माध्यम से आवंटन प्रक्रिया का संचालन किया था।
विभाग ने जानकारी दी है कि अगले महीने से आबकारी परमिट भी ऑनलाइन जारी करना शुरू कर देगा।