Edited By Punjab Kesari,Updated: 05 May, 2018 05:03 PM
पत्रकार राम चंद्र छतरपति हत्याकांड केस में पंचकूला की सीबीआई कोर्ट में एहम गवाह खट्टा सिंह ने अपने बयान दर्ज करवाए। खट्टा सिंह ने कोर्ट से माफ़ी मांगी कि पहले उन्होंने इसलिए गवाही नहीं दी थी, क्योंकि उनकी जान को खतरा था।
चंडीगढ़ : पत्रकार राम चंद्र छतरपति हत्याकांड केस में पंचकूला की सीबीआई कोर्ट में एहम गवाह खट्टा सिंह ने अपने बयान दर्ज करवाए। खट्टा सिंह ने कोर्ट से माफ़ी मांगी कि पहले उन्होंने इसलिए गवाही नहीं दी थी, क्योंकि उनकी जान को खतरा था। लेकिन डेरा मुखी को सज़ा होने के बाद उनकी कानून के प्रति आस्था जागी है। खट्टा सिंह ने कहा कि उनको डराने की कोशिश की जा रही है। पर वो नहीं डरेंगे और सच का साथ देंगे। उनके घर के बाहर शुक्रवार को एक गाड़ी बार बार घूम रही थी और इसकी शिकायत खट्टा सिंह ने पुलिस को भी दी थी। वहीँ सीबीआई कोर्ट ने पंचकूला और मोहाली पुलिस को निर्देश दिए हैं कि खट्टा सिंह के सुरक्षा के लिए कोई ढील न बरती जाये।
यह था मामला
- 10 जुलाई 2002 को डेरे की प्रबंधन समिति के सदस्य रहे कुरुक्षेत्र के रणजीत का मर्डर हुआ था। डेरा प्रबंधन को शक था कि रणजीत ने साध्वी यौन शोषण की गुमनाम चिट्ठी अपनी बहन से ही लिखवाई थी।
- वहीं, छत्रपति अपने अखबार ‘पूरा सच में अक्सर डेरा सच्चा सौदा में हो रहे अन्याय और अत्याचार के बारे में लिखा करते थे। ‘पूरा सच’ अखबार ने ही साध्वी का वो खत छापा था, जिसमें सिरसा स्थित डेरा मुख्यालय में महिलाओं के यौन उत्पीड़न की बात लिखी गई थी। उन्हें 24 अक्टूबर 2002 में गोली मार दी गई थी।