Edited By Priyanka rana,Updated: 06 May, 2020 03:59 PM
कोरोना वायरस की बीमारी के चलते पंजाब सरकार की तरफ से लगाए कर्फ्यू के दौरान आम लोगों का रोजगार तो प्रभावित हुआ है
मोहाली(ब्यूरो) : कोरोना वायरस की बीमारी के चलते पंजाब सरकार की तरफ से लगाए कर्फ्यू के दौरान आम लोगों का रोजगार तो प्रभावित हुआ है, कोरोना के साथ जंग लड़ने लिए फ्रंट लाइन में काम करने वाले सफाई कर्मचारियों की मुश्किलों भी बढ़ गई हैं।
यहां के एक माल में काम करते 44 सफाई कर्मचारियों में से 4-5 को छोड़ कर बाकियों को कंपनी की तरफ से काम से निकाल दिया है और यह कर्मचारी अपनी, तनख्वाहें हासिल करने के लिए भटक रहे हैं। मोहाली के निकट इस माल में नौकरी करते यह सफाई सेवक आज गांव बलौंगी के गुरुद्वारा साहिब में एकत्रित हुए और मांग की कि उनको रोजगार दिया जाए।
पी.एस.आई.सी.एल. ने 2 माह की सैलरी भी नहीं दी :
इस मौके सफाई कर्मचारियों रामबीर, गूंजा, किरन, दलजीत कौर, केसर सिंह, अनिल कुमार और दूसरे ने बताया कि उनको पी.एस.आई.सी.एल. कंपनी ने मॉल में सफाई कर्मचारी के तौर पर नियुक्त किया था और लॉकडाऊन होने पर उनको प्रबंधकों की तरफ से यह कह कर घर भेज दिया था कि वह अपने घरों में ही रहें और उनको उनकी पूरी तनख्वाह दी जाएगी।
उन्होंने बताया कि बाद में उनको फोन पर कह दिया कि उनकी सेवाएं खत्म कर दीं गई हैं और 4-5 सफाई कर्मचारियों के अलावा बाकी सभी को निकाल दिया है। उनको मार्च माह के पहले 15 दिनों की तनख्वाह ही मिली थी और बाकी की तनख्वाह भी नहीं दी गई। उन्होंने कहा कि इस संबंधी बलौंगी थाने में शिकायत दी। जिस परथाना कर्मियों ने दो दिन बाद डी.सी. मोहाली के पास जाने को कहा।
उन्होंने बताया कि डी.सी. दतर में शिकायत दी है। इस संबंधी पी.एस.आई.सी.एल. कंपनी के अधिकारी गुरजीत सिंह ने कहा कि वह अपने उच्च अधिकारी के साथ बात करवाएंगे। उन्होंने कहा कि मॉल की तरफ से उनके साथ किया गया कॉन्ट्रैक्ट रद्द कर दिया है और जब कंपनी के पास काम नहीं तो वह इन सफाई कर्मचारियों से काम कैसे करवा सकती है।