Edited By Priyanka rana,Updated: 12 Sep, 2018 01:55 PM
गुटबाजी से जूझ रही आम आदमी पार्टी में पूर्व सूबा कन्वीनर सुच्चा सिंह छोटेपुर को वापस लाने पर मंथन शुरू हो गया है।
चंडीगढ़ : गुटबाजी से जूझ रही आम आदमी पार्टी में पूर्व सूबा कनवीनर सुच्चा सिंह छोटेपुर को वापस लाने पर मंथन शुरू हो गया है। मौजूदा हालात में पार्टी का एक वर्ग छोटेपुर को वापस लाने के हक में है। बगावत करने वाले सुखपाल खैहरा की बढ़ती लोकप्रियता अब पार्टी के लिए चिंता का सबब बनने लगी है।
खैहरा गुट की जिलास्तरीय कन्वेंशन में भीड़ दिनों दिन बढ़ती जा रही है। वहीं, आप की पंजाब इकाई में नेतृत्व का अभाव है। सांसद भगवंत मान साफ कह चुके हैं कि वह प्रधान पद नहीं लेंगे। उनके बाद इस कद का कोई भी नेता नहीं है। पार्टी ने डॉ. बलबीर सिंह को सह-प्रधान बनाया था, लेकिन वह कोई करिश्मा नहीं कर सके। इसके बाद पार्टी नेताओं को छोटेपुर की याद आई है।
सूत्रों के मुताबिक रविवार को नई दिल्ली में पार्टी सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल के साथ पंजाब के नेताओं की बैठक में भी यह मुद्दा उठा था। पंजाब के नेताओं ने केजरीवाल से कहा कि छोटेपुर को वापस लाया जाना चाहिए। केजरीवाल ने सिर्फ देखते हैं कह कर बात टाल दी। छोटेपुर पार्टी वॉलंटियर्स में काफी लोकप्रिय थे। एक सीनियर नेता होने के साथ माझा में उनका प्रभाव था।