Edited By ,Updated: 15 Dec, 2016 12:39 PM
विधानसभा हलका फिल्लौर से 2 ही प्रमुख पार्टियां कांग्रेस व शिअद के बीच ही मुकाबला होता रहा है।
विधानसभा हलका फिल्लौर से 2 ही प्रमुख पार्टियां कांग्रेस व शिअद के बीच ही मुकाबला होता रहा है। वर्ष 1972 से लेकर आज तक ज्यादातर शिअद उम्मीदवार सरवण सिंह फिल्लौर ही इस हलके से विजयी हुए हैं जबकि 2 बार कांग्रेस के चौधरी संतोख सिंह भी जीत दर्ज करवाने में सफल रहे हैं।
विधायक का दावा
विधानसभा हलका फिल्लौर के विधायक अविनाश चंद्र ने दावा किया कि उन्होंने जनता से जो वायदे किए थे, विधायक बनने के पश्चात हलके में 100 प्रतिशत विकास कार्य पूरे किए हैं परंतु पार्टी ने उन पर विश्वास नहीं जताया जिस कारण उनकी टिकट काट दी और उन्होंने निराश होकर पार्टी से इस्तीफा दे दिया।
लोगों ने ऐसे जताई प्रतिक्रिया
हलके के लोगों को उम्मीद थी कि नए आए उम्मीदवार अविनाश चंद्र सर्वपक्षीय विकास कार्य करवाएंगे किंतु कई खामियों का शिकार है विधानसभा हलका फिल्लौर। - जोगिंद्र सिंह।
हलके में फायर ब्रिगेड के कार्यालय के अलावा ब्लड बैंक व फिल्लौर नूरमहल रोड की रेलवे क्रासिंग पर सरकार फ्लाई ओवर बनवाए जो लोगों की प्रमुख समस्या है। - अश्विनी मल्होत्रा, उद्योगपति
शहर में स्थायी बस स्टैंड होना बहुत जरूरी है। इसके अलावा गांधी धाम को जाने वाली प्रमुख सड़क को पक्का व नया बनवाने के साथ वहां लाइटें लगवाई जाएं।
-राज कुमार जैन, उद्योगपति
पुलिस स्टेशन को शहर से बाहर आधुनिक तकनीक से बनवाया जाना चाहिए। शहर के अंदर पुलिस थाना होने से लोगों को फायदा नहीं उल्टा नुक्सान उठाना पड़ता है।
-राकेश गुलाटी, समाजसेवी