Edited By Niyati Bhandari,Updated: 29 Jun, 2019 11:23 AM
श्री अमरनाथ यात्रा से जम्मू-कश्मीर की अर्थव्यवस्था मजबूत होती है तथा पयर्टन को बढ़ावा मिलता है। इस कारण कश्मीरी लोग एवं दुकानदार बेसब्री से श्री अमरनाथ यात्रा का इंतजार करते हैं।
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गोराया (छाबड़ा): श्री अमरनाथ यात्रा से जम्मू-कश्मीर की अर्थव्यवस्था मजबूत होती है तथा पयर्टन को बढ़ावा मिलता है। इस कारण कश्मीरी लोग एवं दुकानदार बेसब्री से श्री अमरनाथ यात्रा का इंतजार करते हैं। उनके लिए यह ईद के त्यौहार के समान है। यह बात आतंकवादी एवं अलगाव वादी क्यों नहीं सोचते? श्री अमरनाथ यात्रा पर जाने वाले शिवभक्तों को खाने-पीने तथा यातायात हेतु कश्मीरी लोगों पर आश्रित रहना पड़ता है। इतना ही नहीं अपने वाहनों से जाने वाले शिवभक्तों को जम्मू-कश्मीर सरकार को टोल टैक्स अदा करना पड़ता है, जिससे जम्मू-कश्मीर की अर्थव्यवस्था मजबूत होती है। कश्मीरी लोग यात्रियों से अच्छी कमाई कर अपने परिवार को आर्थिक पक्ष से मजबूत करते हैं। अलगाववादी, जो अपने कश्मीरी भाईयों की भावना की कद्र नहीं करते, गलत बयानबाजी करने से बाज नहीं आते। वे कभी यात्रा की अवधि कम करने की बात करते हैं तो कभी यात्रा को बाधित करने की धमकियां देते हैं।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जम्मू-कश्मीर प्रदेश के विकास हेतु हर संभव प्रयत्न कर रहे हैं। वे चाहते हैं कि कश्मीरी नौजवान आतंकवाद का रास्ता त्याग कर विकास की ओर अग्रसर हों। कुछ वर्ष पूर्व आई बाढ़ में सेना के जवानों ने अपनी जाने जोखिम में डालकर श्मीरी लोगों को बचाया तथा तत्कालीन केंद्र सरकार ने खजाने के मुंह उनके लिए खोल दिए थे।
क्या अलगववादी नेता एवं आतंकवादी श्री अमरनाथ में प्राकृतिक रूप से बनने वाले हिमशिवलिंग को झुठला सकते हैं? अलगाववादी एवं आतंकवादी गंदी राजनीति करके जम्मू-कश्मीर के कश्मीरी भाइयों एवं प्रदेश का नुक्सान कर रहे हैं। पृथ्वी पर स्वर्ग कहे जाने वाली घाटी उनकी हरकतों से आज नर्क बनकर रह गई है। कश्मीरी लोगों को उनके झांसे में नहीं आना चाहिए। क्या अलगाववादी एवं आतंकवादी इन बातों पर विचार करेंगे तथा श्री अमरनाथ यात्रा को सफलता पूर्वक चलने में सहायता करेंगे?