Edited By Punjab Kesari,Updated: 19 Mar, 2018 02:49 AM
रेल मंत्रालय ने रिजर्वेशन फॉर्म में बदलाव करने का निर्णय लिया है। इस बदलाव के बाद अब फार्म में एक कॉलम और बढ़ा दिया है जिसमें आप बच्चों के लिए सीट लेने या नहीं लेने संबंधी विकल्प चुन सकते हैं। इससे पहले यह सुविधा केवल ऑनलाइन बुकिंग करवाने पर ही...
जालंधर: रेल मंत्रालय ने रिजर्वेशन फॉर्म में बदलाव करने का निर्णय लिया है। इस बदलाव के बाद अब फार्म में एक कॉलम और बढ़ा दिया है जिसमें आप बच्चों के लिए सीट लेने या नहीं लेने संबंधी विकल्प चुन सकते हैं। इससे पहले यह सुविधा केवल ऑनलाइन बुकिंग करवाने पर ही मिलती थी।
उल्लेखनीय है कि रेलवे 5 से 12 साल तक की उम्र के बच्चों की सीट के लिए पूरा कराया वसूलता है। अगर बच्चे के लिए सीट नहीं चाहिए तो भी सफर करने के लिए बच्चे की आधी टिकट लेनी होगी। नियम के मुताबिक बच्चे की आधी टिकट लेने पर सीट नहीं मिलेगी। रेलवे अधिकारियों ने बताया कि कई बार टिकट बुक करवाते समय यात्री और काऊंटर पर बैठे क्लर्क में बच्चों की सीट को लेकर मिस अंडरस्टैंडिंग हो जाती है। इस वजह से कहासुनी की नौबत भी आ जाती है। रेल मंत्रालय ऐसी प्रॉब्लम से बचने और यात्रियों की सुविधा के लिए रिजर्वेशन फॉर्म में बदलाव करने जा रहा है।
वहीं, दूसरी तरफ सूत्रों के अनुसार बच्चों की सीट के बदलाव से रेलवे करीब 228 करोड़ से अधिक कमाई कर रहा है। इससे पहले जहां बच्चों की टिकट से हर साल 686 करोड़ रुपए की आय होती थी, वहीं अब यह बढ़कर 914 करोड़ रुपए तक पहुंच गई है।