Edited By ,Updated: 17 Jan, 2015 08:14 AM
- ताजे फल और हरी सब्जियों के रस में प्रचुर मात्रा में विटामिन, खनिज, एंजाइम्स और प्राकृतिक शर्करा होती है। इसके सेवन से शरीर की सभी क्रियाओं को सामान्य होने में देर नहीं लगती।
- ताजे फल और हरी सब्जियों के रस में प्रचुर मात्रा में विटामिन, खनिज, एंजाइम्स और प्राकृतिक शर्करा होती है। इसके सेवन से शरीर की सभी क्रियाओं को सामान्य होने में देर नहीं लगती।
- शारीरिक कोशिकाओं में फलों का रस खनिज का सही संतुलन बनाए रखता है। जिससे बूढ़ा होने की प्रक्रिया थम जाती है और व्यक्ति को सदाबाहर जवां बनाए रखती है।
- फलों के रस से शरीर का ‘इम्यून’ सिस्टम मजबूत होता है जिससे शरीर स्वस्थ एवं ताकतवर बना रहता है।
- ताजे रस में कैल्शियम, पोटाशियम आदि तत्व होते हैं जो शारीरिक कोशिकाओं में जैव रसायन और खनिज का सही संतुलन बनाते हैं। इससे वृद्ध होने की प्रक्रिया धीमी पड़ जाती है।
- ताजे रस में प्राकृतिक औषधियां, पौष्टिक तत्व एवं रोग निवारक तत्व होते हैं।
- कच्ची सब्जियों और फलों से निकाले गए रस को पचाने में कोई कठिनाई नहीं होती और उसके लगभग सभी पोषक तत्व खून में सीधे घुल जाते हैं।
- फलों के ताजा रस में क्षारीय तत्वों की अधिकता रहती है। इससे खून में क्षारीय एवं अम्लीय तत्वों का संतुलन सामान्य रहता है।
—सुभाष बंसल