Edited By Sonia Goswami,Updated: 10 Sep, 2018 09:57 AM
उत्तर प्रदेश में सहायक अध्यापक भर्ती परीक्षा में हुई कथित धांधली के विरोध में रविवार को राजधानी लखनऊ में अभ्यर्थियों ने जमकर बवाल किया। लखनऊ में जुटे सैकडों अभ्यर्थियों ने बेसिक शिक्षा निदेशालय का घेराव किया और नारेबाजी की।
लखनऊः उत्तर प्रदेश में सहायक अध्यापक भर्ती परीक्षा में हुई कथित धांधली के विरोध में रविवार को राजधानी लखनऊ में अभ्यर्थियों ने जमकर बवाल किया। लखनऊ में जुटे सैकडों अभ्यर्थियों ने बेसिक शिक्षा निदेशालय का घेराव किया और नारेबाजी की। इस दौरान कुछ अभ्यर्थियों ने गोमती नदी में कूद कर जान देने का प्रयास किया। अभ्यर्थी भर्ती प्रक्रिया के तहत लिखित परीक्षा परिणाम 33 प्रतिशत कटआफ पर जारी करने के साथ ही नियुक्ति की मांग कर रहे थे। पुलिस ने लाठी पटक कर नाराज अभ्यर्थियों को तितर बितर कर दिया। शिक्षा निदेशालय पर प्रदर्शन के दौरान एक अभ्यर्थी ने हाथ की नस काट कर जान देने का प्रयास किया। प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों का कहना था कि यदि परीक्षा परिणाम का दोबारा मूल्यांकन हो तो रिजल्ट में सफल होने वालों से संशोधित परिणाम अधिक होगा।
गौरतलब है कि 68500 शिक्षकों की भर्ती के लिए परीक्षा की तारीख 12 मार्च तय की गई थी जिसे बाद में बदलकर 27 मई कर दिया गया था। परीक्षा परिणाम 13 अगस्त को जारी किया गया था जबकि 31 अगस्त को 34660 अभ्यर्थियों की पहली चयन सूची जारी की गई। इसके अगले रोज एक महिला अभ्यर्थी की उत्तर पुस्तिका बदलने का मामला सामने आया जबकि दो सितम्बर को जारी दूसरी चयन सूची 6127 अभ्यर्थियों के नाम आए। इसके दो दिन बाद कुछ अभ्यर्थियों ने मूल्याकंन में धांधली के आरोप लगाये जिसकी जांच के बाद आठ सितम्बर को परीक्षा नियामक सचिव को निलंबित कर दिया गया।