Edited By ,Updated: 17 Sep, 2016 02:44 PM
ओलिंपिक खेलों की पदक विजेता खिलाड़ियों की ही तरह रियो पैरालिंपिक खेलों में परचम लहराकर लौटीं दीपा मलिक का स्वदेश
नई दिल्ली: ओलिंपिक खेलों की पदक विजेता खिलाड़ियों की ही तरह रियो पैरालिंपिक खेलों में परचम लहराकर लौटीं दीपा मलिक का स्वदेश लौटने पर यहां राजधानी के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर ढोल नगाड़ों के साथ जोरदार स्वागत किया गया।
पैरालिंपिक खेलों में पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला एथलीट बनीं दीपा ने शॉट पुट एफ53 स्पर्धा में रजत पदक जीता है। हवाई अड्डे पर उनके पहुंचते ही परिजनों, साथी बाइकरों और सह एथलीटों ने उनका जमकर स्वागत किया। उन्होंने कहा कि मैं बहुत सम्मानित महसूस कर रही हूं। मैं अब महसूस कर रही हूं कि मेरे हाथों में जो पदक है वह मेरा है। यह हकीकत है और मैं बहुत खुश हूं।
दीपा ने महिलाओं की शॉट पुट स्पर्धा में अपना व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए 4.61 मीटर की थ्रो के साथ रजत पदक पर कब्जा किया था। इस स्पर्धा का स्वर्ण बहरीन की फात्मा नेदाम ने और कांस्य यूनान की दिमित्रा कोरोकिडा ने जीता है। अर्जुन अवार्ड विजेता दीपा कमर के नीचे से लकवाग्रस्त हैं। आर्मी आफिसर की पत्नी दीपा के दो बच्चे हैं। उन्हें वर्ष 1999 में रीढ की हड्डी में ट्यूमर हो गया था जिसके बाद वह कमर के नीचे से लकवाग्रस्त हो गयीं थीं। 6 वर्ष के बाद उन्होंने पैरा खेलों में उतरने का निर्णय किया। दीपा जैवलिन थ्रो और तैराकी जैसे खेलों का भी हिस्सा रही हैं।