Edited By PTI News Agency,Updated: 02 Apr, 2020 05:55 PM
एशिया प्रशांत क्षेत्र (एपीएसी) की सिर्फ 20 प्रतिशत गैर वित्तीय कंपनियां को कोरोना वायरस संकट की वजह से ऊंचे जोखिम की स्थिति से जूझना पड़ सकता है। मूडीज इन्वेस्टर सर्विसेज ने यह अनुमान लगाया है।
नई दिल्ली: एशिया प्रशांत क्षेत्र (एपीएसी) की सिर्फ 20 प्रतिशत गैर वित्तीय कंपनियां को कोरोना वायरस संकट की वजह से ऊंचे जोखिम की स्थिति से जूझना पड़ सकता है। मूडीज इन्वेस्टर सर्विसेज ने यह अनुमान लगाया है।
मूडीज इन 20 प्रतिशत कंपनियों को ऊंचे जोखिम का सामना करना पड़ेगा क्योंकि ये उपभोक्ता मांग में बदलाव और वैश्विक स्तर पर यात्रा अंकुश की दृष्टि से संवेदनशील हैं। वहीं 36 प्रतिशत कंपनियां ऐसी हैं जिनके समक्ष काफी कम जोखिम है जबकि 27 प्रतिशत को पुनर्वित्तपोषण के जोखिम से जूझना पड़ सकता है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि छह ऐसे क्षेत्रों की पहचान की गई है जो कोरोना वायरस से सबसे अधिक प्रभावित हैं। इनमें एयरलाइंस, वाहन ओईएमएस और वाहल कलपुर्जा आपूर्ति, तेल एवं गैस उत्पादक, गेमिंग, वैश्विक पोत परिवहन, गैर-जरूरी खुदरा क्षेत्र और होटल शामिल हैं।
रिपोर्ट कहती है कि 20 प्रतिशत अत्यधिक जोखिम वाली कंपनियों में से 67 प्रतिशत का परिदृश्य नकारात्मक है। इन कंपनियों की साख कम करने के लिए समीक्षा हो रही है। इनकी नकदी की स्थिति कमजोर है। इस रिपोर्ट में एशिया प्रशांत क्षेत्र की 483 कंपनियों को रेटिंग दी गई है। मूडीज का कहना है कि ऊंचे जोखिम का मतलब है कि इनकी ऋण की गुणवत्ता कमजोर पड़ सकती है। या मौजूदा वृहद आर्थिक स्थिति तथा कच्चे तेल की कीमतों के अनुमान के बीच इनकी रेटिंग घट सकती है।