Edited By PTI News Agency,Updated: 07 Apr, 2020 08:33 PM
नयी दिल्ली, सात अप्रैल (भाषा) देश के 12 बड़े बंदरगाहों पर मालवहन अप्रैल से फरवरी के बीच 1.42 प्रतिशत बढ़कर 64.29 करोड़ टन रहा। इससे पिछले वित्त वर्ष 2018-19 की इसी अवधि में यह आंकड़ा 63.39 करोड़ टन था।
भारतीय बंदरगाह संघ (आईपीए) ने यह...
नयी दिल्ली, सात अप्रैल (भाषा) देश के 12 बड़े बंदरगाहों पर मालवहन अप्रैल से फरवरी के बीच 1.42 प्रतिशत बढ़कर 64.29 करोड़ टन रहा। इससे पिछले वित्त वर्ष 2018-19 की इसी अवधि में यह आंकड़ा 63.39 करोड़ टन था।
भारतीय बंदरगाह संघ (आईपीए) ने यह आंकड़े जारी किए हैं। देश के 12 बड़े बंदरगाहों में दीनदयाल बंदरगाह (पूर्व में कांडला), मुंबई, जवाहर लाल नेहरू पोर्ट, मर्मगोआ, न्यू मैंगलोर, कोच्चि, चेन्नई, कामराजार (पूर्व में एन्नोर), वी. ओ. चिदंबरनार, विशाखापत्तनम, पारादीप और कोलकाता (हल्दिया समेत) हैं।
आईपीए के आंकड़ों मुताबिक समीक्षावधि में इन बंदरगाहों से लौह अयस्क के मालवहन में 43.11 प्रतिशत की वृद्धि देखी गयी। यह 4.99 करोड़ टन रहा। जबकि तापीय कोयले का मालवहन 14 प्रतिशत घटकर 8.25 करोड़ टन रह गया।
इन 12 बंदरगाहों पर 2018-19 की इसी अवधि में 3.49 करोड़ टन लौह अयस्क और 9.59 करोड़ टन कोयले का आवागमन हुआ था।
इसी तरह समीक्षावधि में कोकिंग और अन्य कोयले का आवागमन 2.49 प्रतिशत बढ़कर 5.18 करोड़ टन रहा।
तैयार उर्वरक के मालवहन में 19.49 प्रतिशत की वृद्धि और उवर्रक के कच्चा माल के आवागमन में 0.68 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गयी।
यह बंदरगाह देश के कुल मालवहन का 60 प्रतिशत संभालते हैं।
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