Edited By PTI News Agency,Updated: 18 May, 2020 07:09 PM
नयी दिल्ली, 18 मई (भाषा) वाहन विनिर्माताओं के संगठन सियाम ने कहा कि ‘आत्मनिर्भर भारत’ पैकेज में वाहन क्षेत्र को कुछ नहीं दिया गया। जबकि नौकरी बचाने और मांग बढ़ाने के लिए इस क्षेत्र को तत्काल राहत देने की तरूरत है।
नयी दिल्ली, 18 मई (भाषा) वाहन विनिर्माताओं के संगठन सियाम ने कहा कि ‘आत्मनिर्भर भारत’ पैकेज में वाहन क्षेत्र को कुछ नहीं दिया गया। जबकि नौकरी बचाने और मांग बढ़ाने के लिए इस क्षेत्र को तत्काल राहत देने की तरूरत है।
सोसायटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चर्स (सियाम) ने कहा कि उसने विभिन्न स्तर पर सरकार के साथ चर्चा की थी। उसे 20 लाख करोड़ रुपये के आर्थिक प्रोत्साहन पैकेज में सरकार से सीधी राजकोषीय मदद (कर छूट) की उम्मीद थी।
आत्मनिर्भर भारत पैकेज में लघु एवं मध्यम उद्योग क्षेत्र, गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियों और कृषि क्षेत्र पर विशेष जोर दिया गया है।
सियाम के अध्यक्ष राजन वढेरा ने कहा, ‘‘ कृषि क्षेत्र को दी गयी राहत से मध्यम अवधि में वाहन क्षेत्र को अप्रत्यक्ष तौर पर लाभ होगा, लेकिन भारतीय वाहन क्षेत्र में मांग को गति देने के लिए तत्काल प्रोत्साहन देने की जरूरत थी जो नहीं दी गयी।’’
उन्होंने कहा कि वाहन क्षेत्र देश में 3.7 करोड़ से अधिक लोगों को रोजगार देता है। वहीं सरकार के माल एवं सेवाकर संग्रह में करीब 15 प्रतिशत यानी 1.50 लाख करोड़ रुपये का योगदान करता है।
पिछले साल वाहन क्षेत्र को वृद्धि में 18 प्रतिशत की गिरावट देखना पड़ी थी। सियाम के एक आकलन के मुताबिक कोविड-19 की वजह से चालू वित्त वर्ष में वाहन की मांग गिरावट आ सकती है। यदि भारतीय अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर 2020-21 में 0 से एक प्रतिशत रहती है तो विभिन्न श्रेणियों में वाहन क्षेत्र की गिरावट 22 से 35 प्रतिशत तक रह सकती है।
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