Edited By PTI News Agency,Updated: 20 May, 2020 08:39 PM
नयी दिल्ली, 20 मई (भाषा) राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) समर्थित भारतीय मजदूर संघ (बीएमएस) ने दावा किया कि श्रम कानूनों में मनमाने तरीके से बदलावों के खिलाफ बुधवार को उसके एक दिन के विरोध-प्रदर्शन के आह्वान को जबर्दस्त समर्थन मिला है। बीएमएस...
नयी दिल्ली, 20 मई (भाषा) राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) समर्थित भारतीय मजदूर संघ (बीएमएस) ने दावा किया कि श्रम कानूनों में मनमाने तरीके से बदलावों के खिलाफ बुधवार को उसके एक दिन के विरोध-प्रदर्शन के आह्वान को जबर्दस्त समर्थन मिला है। बीएमएस ने श्रम कानूनों में बदलाव और विभिन्न मुद्दों को लेकर बुधवार को विरोध का आह्वान किया था।
बीएमएस ने बयान में कहा, ‘‘हमने 20 मई, 2020 को 14 राज्यों में मनमाने तरीके से श्रम कानूनों में बदलावों के खिलाफ एक दिन के विरोध दिवस का आह्वान किया था। इसको जबर्दस्त समर्थन मिला है। ’’
बीएमएस ने सरकार से श्रमिकों की हालत को देखते हुए वेतन भुगतान के लिए तत्काल निर्देश जारी करने का आग्रह किया है। इसके साथ ही बीएसएमएस ने राज्यों द्वारा श्रम कानूनों में किए जा रहे बदलावों को रोकने के लिए केंद्र से हस्तक्षेप की अपील की है।
यूनियन ने दावा किया कि विरोध-प्रदर्शन के समय सामाजिक दूरी दिशानिर्देशों का अनुपालन किया गया। बयान में कहा गया है कि बीएमएस से जुड़े हजारों श्रमिकों ने सड़कों, छतों, घर के सामने और सरकारी दफ्तरों के सामने विरोध-प्रदर्शन किया। बाद में राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद को इस बारे में ज्ञापन भेजा गया है।
बयान में कहा गया है कि बीएमएस के राष्ट्रीय अध्यक्ष सी के साजी नारायण त्रिसूर, केरल में प्रदर्शन में शामिल हुए। महासचिव विरजेश उपाध्याय दिल्ली उपनगर और अखिल भारतीय संगठन सचिव बी सुरेंद्रन दिल्ली में जंतर-मंतर में प्रदर्शन में शामिल हुए।
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