Edited By PTI News Agency,Updated: 27 May, 2020 05:44 PM
नयी दिल्ली, 27 मई (भाषा) कोल इंडिया ने बुधवार को कहा कि उसकी ओडिशा स्थित शाखा एमसीएल ने 25 मई तक खदानों की ऊपरी सतह से मिट्टी और अन्य बोझ हटाने के काम में 42.6 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की है और इस दौरान मांग में सूस्ती के बावजूद कोयले का...
नयी दिल्ली, 27 मई (भाषा) कोल इंडिया ने बुधवार को कहा कि उसकी ओडिशा स्थित शाखा एमसीएल ने 25 मई तक खदानों की ऊपरी सतह से मिट्टी और अन्य बोझ हटाने के काम में 42.6 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की है और इस दौरान मांग में सूस्ती के बावजूद कोयले का उत्पादन 205.4 लाख टन रहा।
गौरतलब है कि कोराना वायरस महामारी के कारण कोयले की मांग में भारी कमी आई है, जिसके चलते कोल इंडिया ने अधिभार हटाने पर फोकस किया। ओपेन कॉस्ट खानों में कोयले की परत उजागर करने के लिए सतह पर मिट्टी और चट्टान की परत हटाने को अतिरिक्त भार हटाना कहते हैं।
सार्वजनिक क्षेत्र की इस कंपनी ने एक बयान में कहा, ‘‘कोविड-19 की मंदी के बीच सूखे ईंधन की मांग में सुस्ती के बावजूद महानदी कोलफील्ड्स लिमिटेड (एमसीएल) ने 25 मई तक 205.4 लाख टन कोयला निकालने में कामयाबी हासिल की, जो सीआईएल की सभी कोयला कंपनियों में सबसे बढ़िया गुणवत्ता का कोयला है।’’
बयान के मुताबिक एमसीएल ने चालू वित्त वर्ष के दौरान 25 मई तक सतह हटाने के कार्य में 42.6 प्रतिशत की जोरदार वृद्धि दर्ज की, सीआईएल की सभी सहायक कंपनियों में यह सबसे अधिक है।
सीआईएल के कुल उत्पादन और निकासी में एमसीएल का योगदान 23 प्रतिशत से थोड़ा अधिक है, और यह कोल इंडिया की सहायक इकाइयों में दूसरी सबसे बड़ी कोयला उत्पादक और आपूर्तिकर्ता है।
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