Edited By PTI News Agency,Updated: 07 Jun, 2020 12:55 PM
नयी दिल्ली, सात जून (भाषा) कोरोना वायरस की वजह से लागू लॉकडाउन से देश के प्रमुख बंदरगाहों पर माल को चढ़ाने-उतारने में भारी गिरावट आई है। उद्योग के आंकड़ों के अनुसार चालू वित्त वर्ष की पहले दो माह अप्रैल-मई में प्रमुख बंदरगाहों पर कार्गो का...
नयी दिल्ली, सात जून (भाषा) कोरोना वायरस की वजह से लागू लॉकडाउन से देश के प्रमुख बंदरगाहों पर माल को चढ़ाने-उतारने में भारी गिरावट आई है। उद्योग के आंकड़ों के अनुसार चालू वित्त वर्ष की पहले दो माह अप्रैल-मई में प्रमुख बंदरगाहों पर कार्गो का रखरखाव 22 प्रतिशत घटकर 9.28 करोड़ टन रह गया।
भारतीय बंदरगाह संघ (आईपीए) के आंकड़ों में यह जानकारी दी गई है। इन 12 प्रमुख बंदरगाहों ने पिछले वित्त वर्ष के पहले दो माह में 11.92 करोड़ टन माल चढ़ाया और उतारा था।
अप्रैल-मई में चेन्नई, कोचिन और कामराजार जैसे बंदरगाहों पर कार्गो में 40 प्रतिशत से अधिक की गिरावट आई। वहीं कोलकाता और जेएनपीटी में 30 प्रतिशत से अधिक की कमी आई।
देश में केंद्र सरकार के तहत आने वाले 12 प्रमुख बंदरगाह...दीनदयाल (पूर्व में कांडला), मुंबई, जेएनपीटी, मोरमुगाओ, न्यू मेंगलूर, कोचिन, चेन्नई, कामराजार (पूर्व में एन्नोर), वी ओ चिदंबरनार, विशाखापत्तनम, पारादीप और कोलकाता (हल्दिया सहित) हैं। इन बंदरगाहों ने पिछले वित्त वर्ष में 70.5 करोड़ टन माल चढ़ाया और उतारा था।
आईपीए के आंकड़ों के अनुसार कामराजार बंदरगाह पर कार्गो में अप्रैल-मई में 46 प्रतिशत की गिरावट आई और यह 32.2 लाख टन रहा। चेन्नई में कार्गो 44.24 प्रतिशत की भारी गिरावट के साथ 45.6 लाख टन रह गया। कोचिन बंदरगाह पर कार्गो 40.14 प्रतिशत घटकर 34.1 लाख टन, जेएनपीटी पर 33.13 प्रतिशत घटकर 80.2 लाख टन, कोलकाता पर 31.60 प्रतिशत घटकर 73 लाख टन रह गया।
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