Edited By PTI News Agency,Updated: 14 Jul, 2020 12:10 AM
नयी दिल्ली, 13 जुलाई (भाषा) राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ से जुड़े मजदूर संगठन भारतीय मजदूर संघ (बीएमएस) ने सोमवार को कहा कि उसने बीड़ी के बंडल पर स्वस्थ्य संबंधी खतरे की सचित्र चेतावनी प्रकाशित करने की अनिवार्यता वापस कराने के लिए श्रम मंत्री...
नयी दिल्ली, 13 जुलाई (भाषा) राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ से जुड़े मजदूर संगठन भारतीय मजदूर संघ (बीएमएस) ने सोमवार को कहा कि उसने बीड़ी के बंडल पर स्वस्थ्य संबंधी खतरे की सचित्र चेतावनी प्रकाशित करने की अनिवार्यता वापस कराने के लिए श्रम मंत्री संतोष गंगवार से हस्तक्षेप की मांग की है।
बीएमएस का कहना है कि सितंबर से लागू किए जाने वाले इस निर्णय से बीड़ी उद्योग में कार्यरत 80 लाख मजदूरों और तेंदू पत्ता चुनने वाले एक करोड़ व्यक्तियों की आजीविका पर असर पड़ेगा। संगठन स्वास्थ्य मंत्रालय को भी इस निर्णय को वापस लेने और 2009 का आदेश बहाल करने की अपील कर चुका है।
संगठन ने कहा कि उसका एक प्रतिनिधिमंडल गंगवार से मिला और इस मामले में हस्तक्षेप करने की उनसे अपील की। बयान के मुताबिक बीएमएस ने इस बाबत जारी सरकारी अधिसूचना वापस लिए जाने की मांग की। प्रतिनिधिमंडल में संगठन के क्षेत्रीय संगठन मंत्री पवन कुमार और दिल्ली इकाई के सचिव अनीष मिश्रा शामिल थे।
स्वस्थ्य मंत्रालय ने गत 13 अप्रैल को एक अधिसूचना जारी कर 25 बीड़ी वाले बंडल के 85 प्रतिशत हिस्से पर सचित्र चेतावनी छापना अनिवार्य किया गया है। नियमों में बदलाव के साथ इस अधिसूचना में पैकेज की परिभाषा भी संशोधित की गयी है। पैकेज में सामान लपेटने की चीज, कागज या टिन की पेटी और बक्सा भी शामिल किया गया है।
इसे पहली सितंबर से अनिवार्य किया गया है।
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