आपूर्ति बाधाओं, विनिमय दर जोखिम से बचाव के लिये स्थानीय उपकरणों के उपयोग को बढ़ावा दे रही टोयोटा

Edited By PTI News Agency,Updated: 02 Aug, 2020 02:33 PM

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नयी दिल्ली, दो अगस्त (भाषा) वाहन कंपनी टोयोटा किर्लोस्कर मोटर (टीकेएम) अपने उत्पादों के लिये स्थानीय स्तर पर विनिर्मित कल-पुर्जों के साथ-साथ स्थानीय प्रौद्योगिकी के उपयोग को और बढ़ावा देने पर विचार कर रही है। इस पहल का मकसद विदेशी विनमय दर...

नयी दिल्ली, दो अगस्त (भाषा) वाहन कंपनी टोयोटा किर्लोस्कर मोटर (टीकेएम) अपने उत्पादों के लिये स्थानीय स्तर पर विनिर्मित कल-पुर्जों के साथ-साथ स्थानीय प्रौद्योगिकी के उपयोग को और बढ़ावा देने पर विचार कर रही है। इस पहल का मकसद विदेशी विनमय दर में उतार-चढ़ाव के जोखिम के साथ आपूर्ति संबंधी चुनौतियों से कारोबार को बचाना है। कंपनी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह कहा।

जापान की वाहन कंपनी टोयोटा और किर्लोस्कर समूह की संयुक्त उद्यम कंपनी इसके अलावा देश में हाइब्रिड प्रणाली (बिजली और पेट्रोल दोनों से चलने वाली) के विनिर्माण की भी योजना बना रही है।

टीकेएम के वरिष्ठ उपाध्यक्ष नवीन सोनी ने पीटीआई-भाषा से बातचीत में कहा, ‘‘हम स्थानीय उत्पादों के उपयोग को बढ़ावा देने पर गौर कर रहे हैं। यह केवल ‘मेड इन इंडिया’ पहल के तहत ही नहीं बल्कि विनिमय दर में उतार-चढ़ाव के जोखिम और आपूर्ति व्यवस्था को छोटा एवं बेहतर बनाने के लिये भी है।’’
उन्होंने कहा कि इसके तहत कंपनी लगातार अपने उत्पादों में स्थानीय कल-पुर्जों का उपयोग बढ़ाने की कोशिश कर रही है।

सोनी ने कहा, ‘‘यह एक प्रक्रिया है जो निरंतर चलती रही है। इनोवा का इंजन क्रिस्टा का विनिर्माण अब स्थानीय स्तर पर हो रहा है। इंजन में उपयोग करीब 85 प्रतिश्त कल-पुर्जे स्थानीय तौर पर विनिर्मित हैं। हमने गियर बॉक्स और अन्य महत्वपूर्ण उपकरणों में स्थानीय उत्पादों की हिस्सेदारी बढ़ायी है।’’
कंपनी ने यह भी कहा कि उसकी स्थानीय स्तर पर हाइब्रिड प्रणाली के विनिर्माण की योजना है। फिलहाल टीकेएम ऐसी प्रणाली का आयात करती है।
टोयोटा के सुजुकी मोटर कॉरपोरेश्न के साथ वैóश्विक सहयोग के तहत उपकरणों की आपूर्ति मारुति सुजुकी इंडिया को की जा सकती है।

टोयोटा मोटर कॉरपोरेश्न और सुजुकी मोटर ने मार्च 20158 में भारतीय बाजार में एक-दूसरे को हाइब्रिड और अन्य वाहनों की आपूर्ति का समझौता किया था।

हालांकि कंपनी ने इस बारे में विस्तार से जानकारी नहीं दी।

उन्होंने कहा, ‘‘...चाहे बात पेट्रोल, डीजल चालित इंजन की हो या फिर इलेक्ट्रिक पावरट्रेन या किसी अन्य प्रौद्योगिकी की, हमारा हमेशा स्थानीय स्तर पर क्षमता विकसित कर प्रतिस्पर्धी और भरोसेमंद मूल्य श्रृंãखला सृजित करने का इरादा और मकसद रहा है।’’
यह पूछे जाने पर कि क्या कंपनी डीजल कारों पर निर्भरता कम करने के लिये पेट्रोल, हाइब्रिड विकल्पों की ओर ध्यान दे रही है, सोनी ने कहा,‘‘हमारा मानना है कि भविष्य में सभी प्रौद्योगिकी के लिये गुंजाइश होगी। यह उनके आकार और वाहन की श्रेणी पर निर्भर करेगा।’’
उन्होंने कहा कि टोयोटा को भरोसा है कि भविष्य में सभी प्रौद्योगिकी रहेगी।‘‘ ऐसा नहीं होगा कि एक प्रौद्योगिकी दूसरे को बाहर कर देगी।’’
सोनी के अनुसार ग्राहक निर्णय करेंगे कि उन्हें क्या चाहिए।



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