Edited By rajesh kumar,Updated: 13 Aug, 2020 10:49 AM
कोविड-19 महामारी के चलते घटी वैश्विक मांग के कारण जुलाई महीने में देश से रत्नों और आभूषणों का निर्यात 38.10 प्रतिशत कम होकर 1.35 अरब डॉलर (लगभग 10,185 करोड़ रुपये) पर आ गया। रत्न एवं आभूषण निर्यात संवर्धन परिषद (जीजेईपीसी) ने इसकी जानकारी दी।
नई दिल्ली: कोविड-19 महामारी के चलते घटी वैश्विक मांग के कारण जुलाई महीने में देश से रत्नों और आभूषणों का निर्यात 38.10 प्रतिशत कम होकर 1.35 अरब डॉलर (लगभग 10,185 करोड़ रुपये) पर आ गया। रत्न एवं आभूषण निर्यात संवर्धन परिषद (जीजेईपीसी) ने इसकी जानकारी दी। साल भर पहले जुलाई में यह निर्यात 2.2 अरब डॉलर यानी लगभग 15,112 करोड़ रुपये था। देश के कुल निर्यात में इस क्षेत्र का योगदान लगभग 15 प्रतिशत है।
जीजेईपीसी के अध्यक्ष कोलिन शाह ने हाल ही में कहा था कि निर्यात में लगातार गिरावट आयी है क्योंकि वैश्विक आर्थिक मंदी और कई देशों में कोरोना वायरस महामारी के प्रसार को रोकने के लिये लगी पाबंदियों से मांग में कमी आयी है। इस वित्त वर्ष में अप्रैल-जुलाई के दौरान निर्यात 50.36 प्रतिशत घटकर 4.11 अरब डॉलर पर गया, जबकि पिछले साल की इसी अवधि में यह 8.27 अरब डॉलर था। निर्यात में गिरावट मुख्य रूप से सोने के आभूषण और रंगीन रत्नों के निर्यात में कमी आने के कारण है।
आंकड़ों के अनुसार, 2020-21 के पहले चार महीनों के दौरान सोने के आभूषणों का निर्यात 73.62 प्रतिशत घटकर 49.49 करोड़ डॉलर रहा। इसी तरह, रंगीन रत्नों का निर्यात इस अवधि के दौरान 69 प्रतिशत कम हो गया। हालांकि इस दौरान चांदी के आभूषणों का निर्यात बढ़कर 51.08 करोड़ डॉलर हो गया, जो साल भर पहले की समान अवधि में 25.26 करोड़ डॉलर रहा था। भारत मुख्य रूप से अमेरिका, यूरोप, जापान और चीन को रत्नों व आभूषणों का निर्यात करता है।