Edited By rajesh kumar,Updated: 14 Aug, 2020 10:57 AM
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने बृहस्पतिवार को वाहन उद्योग में आयात घटाने तथा वाहन कलपुर्जों का स्थानीयकरण बढ़ाने के मुद्दे पर विभिन्न उद्योग संघों के साथ बैठक की। मंत्रालय इसके अलावा कई अन्य क्षेत्रों मसलन फर्नीचर और एयरकंडीशनर में स्थानीय...
नई दिल्ली: वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने बृहस्पतिवार को वाहन उद्योग में आयात घटाने तथा वाहन कलपुर्जों का स्थानीयकरण बढ़ाने के मुद्दे पर विभिन्न उद्योग संघों के साथ बैठक की। मंत्रालय इसके अलावा कई अन्य क्षेत्रों मसलन फर्नीचर और एयरकंडीशनर में स्थानीय विनिर्माण को प्रोत्साहन देने पर भी काम कर रहा है, जिससे चीन जैसे देशों से आयात घटाया जा सके।
गोयल ने ट्वीट किया, ‘विभिन्न उद्योग संघों और चैंबर ऑफ कॉमर्स के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की। इसमें वाहन उद्योग में आयात घटाने तथा वाहन कलपुर्जों का स्थानीयकरण करने पर विचार-विमर्श किया गया।’ भारत ने 2018-19 में 17.6 अरब डॉलर के वाहन कलपुर्जो का आयात किया था। इसमें से अकेले 27 प्रतिशत या 4.75 अरब डॉलर का आयात चीन से किया गया था। चीन से मुख्य तौर पर ड्राइव ट्रांसमिशन और स्टीयरिंग के हिस्से, इलेकट्रानिक और इलेक्ट्रिकल सामान, कूलिंग प्रणाली, संसपेंशन और ब्रेकिंग पुर्जों का आयात किया जाता है।