कच्चे माल की उपलब्धता के लिए फर्नीचर उद्योग का राष्ट्रीय वृक्षारोपण रणनीति पर जोर

Edited By PTI News Agency,Updated: 30 Sep, 2020 11:38 PM

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नयी दिल्ली, 30 सितंबर (भाषा) घरेलू फर्नीचर उद्योग कच्चे माल की उपलब्धता से संबंधित चुनौतियों का सामना कर रहा है और इस चुनौती से निपटने के लिये उसने राष्ट्रीय वृक्षारोपण रणनीति पर जोर दिया है। फर्नीचर उद्योग ने यह कहा है।

नयी दिल्ली, 30 सितंबर (भाषा) घरेलू फर्नीचर उद्योग कच्चे माल की उपलब्धता से संबंधित चुनौतियों का सामना कर रहा है और इस चुनौती से निपटने के लिये उसने राष्ट्रीय वृक्षारोपण रणनीति पर जोर दिया है। फर्नीचर उद्योग ने यह कहा है।
इसके अलावा, कुशल श्रमिकों की उपलब्धता, मुक्त व्यापार समझौतों के तहत तैयार उत्पादों के आयात और आपूर्ति श्रृंखला की समस्याओं से संबंधित मुद्दे भी हैं। उद्योग चैंबर फिक्की द्वारा आयोजित 'फर्नीचर उद्योग का भविष्य' विषय पर आयोजित एक वेबिनार में यह कहा गया है।
फैबइंडिया के अध्यक्ष विलियम बिसेल ने कहा कि एक राष्ट्रीय वृक्षारोपण रणनीति प्रमाणित लकड़ी की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित कर सकती है।
उन्होंने कहा कि अच्छी तरह से प्रबंधित वृक्षारोपण व्यवसाय और किसानों दोनों को लाभान्वित करेगा।
बिसेल ने कहा, ‘‘हमारे कच्चे माल चीन की तुलना में बहुत अधिक महंगे हो गए हैं। हालांकि, भारत को एक अलग फायदा है और यह स्थानीय कारीगर की शिल्प कौशल है।’’ अमेरिका स्थित फर्नीचर ब्रांड वेस्ट एल्म के अध्यक्ष एलेक्स बेलोस ने कहा कि इसने चीन के विपरीत भारत में गुणवत्ता प्रमाणित लकड़ी का स्रोत हासिल करने में समस्याओं का सामना किया है। चीन में बहुत सी किस्में उपलब्ध हैं।
सलाहकार बोर्ड के अध्यक्ष हेटिच ग्रुप के अध्यक्ष, एंड्रियास हेटिच ने कहा कि उद्योग को पनपने के लिए विनियामक वातावरण स्थिर होना चाहिए।
उद्योग और आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (डीपीआईआईटी) के संयुक्त सचिव अनिल अग्रवाल ने कहा कि सरकार ने फर्नीचर क्लस्टर स्थापित करने के लिए चार स्थानों की पहचान की है। यह चमड़े के उद्योग के लिए किये गये काम के समान ही होगा।
अग्रवाल ने कहा, ‘‘फर्नीचर क्षेत्र सरकार के लिए चैंपियन क्षेत्रों में से एक है और इसे मदद करने के लिए सरकार नीति तैयार करेगी और उन्हें लागू करेगी।’’ उन्होंने उद्योग को यह भी आश्वासन दिया कि सरकार उनके द्वारा उठाए गए मुद्दों पर ध्यान देगी, जिसमें मुक्त व्यापार समझौतों के तहत लकड़ी का मानकीकरण और तैयार माल का आयात शामिल है।
आईकेईए इंडिया के मुख्य कार्यकारी अधिकारी पीटर बेत्ज़ेल ने कहा कि कंपनी के पास खुदरा दृष्टिकोण से भारत के लिए बड़ी योजनाएं हैं।
विनिर्माण के बारे में, उन्होंने कहा कि इस उद्योग को एक अच्छी व्यापार नीति की आवश्यकता है इससे पहले कि वह अपने साझेदार कंपनियों को यहां आने और निवेश करने के लिए कहे।
बेत्ज़ेल ने कहा, ‘‘हमें स्थानीय वानिकी की आवश्यकता है जिसे प्रमाणित किये जाने की आवश्यकता है।’’

यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।

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