Edited By PTI News Agency,Updated: 11 Oct, 2020 03:45 PM
नयी दिल्ली, 11 अक्टूबर (भाषा) भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने देश के विदेशी मुद्रा भंडार और स्वर्ण भंडार के प्रबंधन के लिए अगली पीढ़ी के कोषागार अनुप्रयोगों (एनजीटीए) को अपनाने का फैसला किया है।
नयी दिल्ली, 11 अक्टूबर (भाषा) भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने देश के विदेशी मुद्रा भंडार और स्वर्ण भंडार के प्रबंधन के लिए अगली पीढ़ी के कोषागार अनुप्रयोगों (एनजीटीए) को अपनाने का फैसला किया है।
आरबीआई के मुताबिक एनजीटीए एक वेब आधारित अनुप्रयोग होगा, जो नए उत्पाद और प्रतिभूतियों की पेशकश के लिए गतिशीलता और लचीलापन मुहैया कराएगा।
आरबीआई ने पात्र विक्रेताओं से एनजीटीए के लिए बोलियां आमंत्रित की हैं और यह निश्चित आय (एफआई), विदेशी मुद्रा (एफएक्स), मुद्रा बाजार (एमएम) और स्वर्ण जैसी परिसंपत्तियों के विभिन्न वर्गों में लेनदेन का समर्थन करेगा।
बोली दस्तावेज में कहा गया है, ‘‘आरबीआई ने एनजीटीए को लागू करने का प्रस्ताव किया है, जिसका इस्तेमाल विदेशी मुद्रा भंडार को अधिक कुशल तरीके से संभालने, जोखिम कम करने, परिचालन क्षमता बढ़ाने और विभिन्न परिसंपत्ति वर्गों में लेनदेन के दौरान किया जाएगा।’’
आरबीआई ने कहा कि प्रस्तावित प्रणाली के उद्देश्यों में विभिन्न परिसंपत्ति वर्गों को संभालना शामिल है, जैसे विदेशी मुद्रा भंडार, सोना और निश्चित आय वाली प्रतिभूतियां। इसके अलावा पोर्टफोलियो प्रबंधन, कार्यबल प्रबंधन, भंडार प्रबंधन और विभिन्न तृतीय पक्ष प्रणालियों के साथ एकीकरण में भी इससे सहायता मिलेगी।
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