Edited By PTI News Agency,Updated: 17 Oct, 2020 09:06 PM
नयी दिल्ली, 17 अक्टूबर (भाषा) एचडीएफसी बैंक का एकीकृत शुद्ध लाभ चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में 16 प्रतिशत बढ़कर 7,703 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। बैंक ने शनिवार को इसकी जानकारी दी।
नयी दिल्ली, 17 अक्टूबर (भाषा) एचडीएफसी बैंक का एकीकृत शुद्ध लाभ चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में 16 प्रतिशत बढ़कर 7,703 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। बैंक ने शनिवार को इसकी जानकारी दी।
बैंक को एक साल पहले इसी तिमाही में 6,638 करोड़ रुपये का एकीकृत शुद्ध लाभ हुआ था।
बैंक ने एक विज्ञप्ति में कहा कि समीक्षाधीन तिमाही के दौरान उसकी कुल आय बढ़कर 38,438.47 करोड़ रुपये हो गयी, जो जुलाई-सितंबर 2019 में 36,130.96 करोड़ रुपये थी।
इस दौरान उसका एकीकृत वितरित ऋण साल भर पहले के 9.47 लाख करोड़ रुपये से 14.9 प्रतिशत बढ़कर 10.89 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया।
बैंक को इस दौरान एकल आधार पर 2,597.2 करोड़ रुपये के कर के प्रावधान के 7,513.1 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ है। यह साल भर पहले की तुलना में 18.4 प्रतिशत अधिक है।
एकल आधार पर बैंक की कुल आय साल भर पहले के 33,755 करोड़ रुपये से बढ़कर 36,069.42 करोड़ रुपये पर पहुंच गयी।
बैंक ने कहा, ‘‘पिछली तिमाही में कोविड-19 महामारी का असर हावी रहा। दूसरी तिमाही में कुछ असर रहा और खुदरा कर्ज वितरण में कमी, डेबिट कार्ड व क्रेडिट कार्ड का कम इस्तेमाल तथा कम संग्रह के रूप में यह दिखा। इसके कारण आय करीब 800 करोड़ रुपये कम रही। हालांकि पिछली तिमाही की तुलना में ऋण वितरण और कार्ड के इस्तेमाल में कुछ वृद्धि हुई है।’’
इस दौरान बैंक की सकल गैर-निष्पादित परिसंपत्ति (एनपीए) 1.08 प्रतिशत पर आ गयी। साल भर पहले यह 1.38 प्रतिशत थी। इसी तरह शुद्ध एनपीए भी 0.42 प्रतिशत से कम होकर 0.17 प्रतिशत पर आ गयी।
हालांकि, एनपीए और आकस्मिक मदों के लिये किया जाने वाला प्रावधान साल भर पहले के 2,700.68 करोड़ रुपये से बढ़कर 3,703.50 करोड़ रुपये पर पहुंच गया।
बैंक ने बताया कि शनिवार को हुई बैठक में उसके निदेशक मंडल ने शशिधर जगदीशन को अतिरिक्त निदेशक, प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी के पद पर नियुक्त किया। उनकी नियुक्ति के निर्ण को अभी शेयरधारकों से अनुमोदित कराया जाना शेष है।
परित प्रस्ताव के अनुसार जगदीशन का कार्यकाल 27 अक्टूबर 2020 से शुरू होगा। उन्हें तीन साल के लिएइस पद पर रखा जा रहा है। रिजर्व बैंक इसकी मंजूरी दे चुका है।
आदित्य पुरी सितंबर 1994 से बैंक के प्रबंध निदेशक के रूप में अगुवाई करने के बाद 26 अक्टूबर को सेवानिवृत्त होने वाले हैं।
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