Edited By PTI News Agency,Updated: 05 Nov, 2020 09:14 AM
नयी दिल्ली, तीन नवंबर (भाषा) वित्त सचिव तरूण बजाज ने मंगलवार को कहा कि देश की अर्थव्यवस्था का तेजी से पुनरूद्धार हो रहा है और जल्दी ही यह पटरी पर आ जाएगी। उन्होंने कहा कि सभी मानदंडों में सुधार दिख रहा है।
नयी दिल्ली, तीन नवंबर (भाषा) वित्त सचिव तरूण बजाज ने मंगलवार को कहा कि देश की अर्थव्यवस्था का तेजी से पुनरूद्धार हो रहा है और जल्दी ही यह पटरी पर आ जाएगी। उन्होंने कहा कि सभी मानदंडों में सुधार दिख रहा है।
उन्होंने कहा, ‘‘हम वास्तव में सभी मानदंडों में सुधार देख रहे हैं। हम नवंबर महीने में इसमें और सुधार की उम्मीद कर रहे हैं तथा यह आगे जारी रहना चाहिए। उम्मीद है कि अर्थव्यवस्था पटरी पर आनी चाहिए और कई विशेषज्ञों तथा अर्थशास्त्रियों के अनुमान की तुलना में तेजी से आगे बढ़ेगी।’’
पिछले महीने, अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (आईएमएफ) ने कहा कि कोरोना वायरस संकट से भारतीय अर्थव्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हुई है और इसमें इस साल 10.3 प्रतिशत की गिरावट का अनुमान है।
हालांकि मुद्राकोष ने अगले साल 2021 में इसमें 8.8 प्रतिशत वृद्धि का अनुमान जताया है।
पिछले वित्त वर्ष में भारत की आर्थिक वृद्धि दर 4.2 प्रतिशत रही थी।
भारतीय रिजर्व बैंक ने भी चालू वित्त वर्ष में 9.5 प्रतिशत की गिरावट का अनुमान जताया है।
पिछले सप्ताह, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि अर्थव्यवस्था में पुनरूद्धार के स्पष्ट संकेत है और चालू वित्त वर्ष में जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) वृद्धि दर नकारात्मक या शून्य हो सकती है।
बजाज ने कहा, ‘‘अर्थव्यवस्था में ‘लॉकडाउन’ में ढील दिये जाने के साथ हम पिछले कुछ महीनों से लगातार अर्थव्यवस्था में पुनरूद्धार देख रहे हैं। विनिर्माण पीएमआई 58.9 पर पहुंच गया है जो पिछले दशक में सर्वाधिक है। अक्टूबर 2020 में बिजली खपत में पिछले साल इसी माह के मुकाबले 12.10 प्रतिशत की वृद्धि हुई है जो आर्थिक गतिविधियों में तेजी का संकेत है।’’
उन्होंने कहा कि इसी प्रकार ई-वे बिल में अक्टूबर महीने में 19 प्रतिशत की वृद्धि हुई है और यह 16.82 लाख करोड़ रुपये मूल्य का रहा। रेल माल ढुलाई में सितंबर महीने में 15.5 प्रतिशत और अक्टूबर में करीब 14 प्रतिशत की वृद्धि हुई।’’
बजाज ने कहा, ‘‘औसत दैनिक टोल संग्रह में करीब 120 प्रतिशत की वृद्धि हुई। जीएसटी संग्रह 1.05 लाख करोड़ रुपये पहुंच गया जो सालाना आधार पर करीब 10 प्रतिशत अधिक है। कुल मिलाकर ये संकेत बताते हैं कि आर्थिक गतिविधियां बढ़ रही हैं ....।’’
आर्थिक मामलों के सचिव (डीईए) ने यह भी कहा कि कोविड-19 संकट के बावूजद भारत की वृद्धि की कहानी अक्षुण्ण है और दुनिया भर के निवेशक काफी रूचि दिखा रहे हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘कोविड संकट के बावजूद हम निवेशकों की तरफ से रूचि, आकर्षण और काफी पूछताछ देख रहे हैं...कई सौदों पर बातचीत हो रही है। यह बताता है कि कोविड-19 संकट के बावजूद हमारी वृद्धि की कहानी अक्षुण्ण है और दूसरे भी इसे मान रहे हैं जो इस दौरान भी भारत में निवेश को तैयार हैं।’’
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