Edited By PTI News Agency,Updated: 07 Nov, 2020 10:45 PM
नयी दिल्ली, सात नवंबर (भाषा) राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम (एनसीआरटीसी) और रक्षा उत्पादन करने वाले सरकारी उपक्रम भारत इलेक्ट्रानिक्स लि. (बीईएल) ने शनिवार को एक करार किया जिसके तहत रेल ओर मेट्रो रेल के प्लेटफार्मों पर यात्रियों को...
नयी दिल्ली, सात नवंबर (भाषा) राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम (एनसीआरटीसी) और रक्षा उत्पादन करने वाले सरकारी उपक्रम भारत इलेक्ट्रानिक्स लि. (बीईएल) ने शनिवार को एक करार किया जिसके तहत रेल ओर मेट्रो रेल के प्लेटफार्मों पर यात्रियों को पटरी पर गिरने से बचाने के लिए स्वत: खुलने बंद होने वाले फाटक की जालियों का विकास भारत में किया जाएगा।
आत्मनिर्भर भारत योजना के तहत इसका विकास करने का निर्णय किया गया है।
एनसीआरटीसी के एक अधिकारी ने बताया कि पीएसडी (प्लेटफार्म स्क्रीन (जाली) के दरवाजे) अभी बाहर से मंगाए जाते है। इस करार से आत्मनिर्भर भारत पहल को बढावा मिलेगा। एनसीआरटीसी इस समय राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में क्षेत्रीय द्रुत रेल यात्रा प्रणाली का निर्माण कर रही है। यह देश में इस तरह की पहली परियोजना है।
दिल्ली और मेरठ के बीच 82 किलोमीटर की इस परियोजा में साहिबाबाद से दुहाई के बीच का पहला 17 किलो मीटर का खंड 2023 तक और पूरी परियोजना 2025 तक चालू हो जागी।
दिल्ली मेंट्रो के कई स्टेशनों के प्लेटफार्म पर इस तरह की स्वचालित दरवाजों वाली जालियां स्थापित है।
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