नयी दिल्ली, 24 नवंबर (भाषा) सूक्ष्म एवं लघु उपक्रमों (एमएसई) से केंद्रीय सार्वजनिक उपक्रमों (सीपीएसई) की खरीद पिछले छह महीने में बढ़ी है। अक्टूबर महीने में आपूर्तिकर्ताओं का कुल बकाया दोगुने से अधिक होकर 5,096.53 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। सरकार ने मंगलवार को इसकी जानकारी दी।
नयी दिल्ली, 24 नवंबर (भाषा) सूक्ष्म एवं लघु उपक्रमों (एमएसई) से केंद्रीय सार्वजनिक उपक्रमों (सीपीएसई) की खरीद पिछले छह महीने में बढ़ी है। अक्टूबर महीने में आपूर्तिकर्ताओं का कुल बकाया दोगुने से अधिक होकर 5,096.53 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। सरकार ने मंगलवार को इसकी जानकारी दी।
सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय (एमएसएमई) के आंकड़ों के अनुसार, अक्टूबर महीने में कुल बकाये में से एमएसई को 4,044.10 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया।
आंकड़ों के अनुसार, कुल बकाया से कुल खरीद व लेन-देन का पता चलता है। यह आंकड़ा इस साल मई में 2,346.82 करोड़ रुपये था, जो बढ़कर अक्टूबर में 5,096.53 करोड़ रुपये पर पहुंच गया।
केंद्रीय सार्वजनिक उपक्रम एमएसई से खरीद व उन्हें किये गये भुगतान की जानकारी समाधान पोर्टल पर देते हैं। मंत्रालय ने वहीं से आंकड़े जारी किये।
विज्ञप्ति में कहा गया, ‘‘पिछले छह महीनों के अनुभव के साथ, यह कहा जा सकता है कि सीपीएसई, एमएसई से खरीद में बहुत सक्रिय हैं। उन्होंने मई, 2020 के बाद समाधान पोर्टल पर विकसित किये गये नये रिपोर्टिंग प्रारूप पर विवरण की रिपोर्टिंग में एमएसएमई मंत्रालय के साथ सहयोग किया है। पिछले छह महीनों में एमएसई के साथ सीपीएसई के कारोबार में वृद्धि भी सीपीएसई द्वारा बड़ा पूंजीगत व्यय दर्शाती है। इसके अलावा, हर महीने सीपीएसई से एमएसई में आने वाला अधिक से अधिक भुगतान दोनों मोर्चों पर तरलता के प्रवाह को दिखाता है।’’
बयान में कहा गया कि यह भारत सरकार की समर्थक सक्रिय नीतियों, समय पर हस्तक्षेप व समर्थन और एमएसएमई मंत्रालय द्वारा निरंतर अभियान व प्रयासों का परिणाम है।
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