Edited By PTI News Agency,Updated: 20 Jan, 2021 11:01 PM
नयी दिल्ली, 20 जनवरी (भाषा) निजी क्षेत्र के श्रमिकों की भविष्य निधि का प्रबंध करने वाले संगठन ईपीएफओ ने नवंबर 2020 में 10.11 लाख नए सदस्य जोड़े।
नयी दिल्ली, 20 जनवरी (भाषा) निजी क्षेत्र के श्रमिकों की भविष्य निधि का प्रबंध करने वाले संगठन ईपीएफओ ने नवंबर 2020 में 10.11 लाख नए सदस्य जोड़े।
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) द्वारा 20 जनवरी को जारी रोजगार के अनंतिम आंकडों के अनुसार नवंबर,2020 में उस के साथ 10.11 लाख नए सदस्य जुड़े। सरकारी विज्ञप्ति के अनुसार कोविड-19 महामारी के बावजूद, ईपीएफओ ने चालू वित्त वर्ष (अप्रैल से नवंबर, 2020 तक) लगभग 45.29 लाख नए सदस्य जोड़े हैं। इनमें उन सभी नए सदस्यों को भी शामिल किया गया है जो इस माह के दौरान शामिल हुए हैं और जिनका योगदान प्राप्त हो चुका है।
विज्ञप्ति के अनुसार नवंबर, 2020 माह में, लगभग 6.41 लाख नए सदस्य ईपीएफओ में शामिल हुए हैं। लगभग 3.70 लाख कुल सदस्य बाहर निकल गए और फिर ईपीएफओ से जुड़ गए, जो ईपीएफओ द्वारा देखे जाने वाले प्रतिष्ठानों के अंदर सदस्यों द्वारा नौकरियों की अदला-बदली का संकेत देते हैं । बाहर निकलने वाले सदस्यों का फिर से इसमें वापस आना इस बात का भी संकेत देता है कि भारत में कोविड-19 के सक्रिय मामलों में हो रही गिरावट के साथ ही सदस्य अपनी नौकरी पर वापस लौट रहे हैं।
अगर उम्र के आधार पर नवंबर 2020 माह में सबसे ज्यादा जुड़ने वाले नए सदस्य 22-25 वर्ष के हैं जिसकी संख्या 2.72 लाख है। उसके बाद 18-21 वर्ष के लोग हैं जिनकी संख्या 2,21 लाख है। 18-25 आयु वर्ग के सदस्यों को श्रम बाजार में नए रोजगार के रूप में देखा जा सकता है और नवंबर, 2020 में इन नए सदस्यों द्वारा लगभग 48.72 प्रतिशत का योगदान दिया गया है।
महाराष्ट्र, हरियाणा, गुजरात, तमिलनाडु और कर्नाटक रोजगार रिकवरी चक्र में सबसे आगे बने हुए हैं और इन राज्यों में वित्त वर्ष 2020-21 (अप्रैल से नवंबर, 2020 तक) के दौरान सभी उम्र के लोगों के आधार पर नए सदस्यों की संख्या में 53 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हुई है।
विज्ञप्ति में कहा गया है कि विशेषज्ञ सेवा श्रेणी में उद्योग का श्रेणीवार विश्लेषण करने से पता चलता है कि बिल्डिंग और निर्माण उद्योग, इंजीनियर और इंजीनियरिंग कांट्रैक्टर क्षेत्र, इलेक्ट्रिकल, मैकेनिकल या जनरल इंजीनियरिंग उत्पाद जैसे अन्य उद्योगों के प्रदर्शन का वर्गीकरण करने से पता चलता है कि अन्य क्षेत्रों में भी गतिविधियों में सुधार शुरू हो चुका है।
नए सदस्यों में महिलाओं की हिस्सेदारी अक्टूबर, 2020 में 21.64 प्रतिशत और नवंबर, 2020 में 22.40 प्रतिशत हो गई है। नवंबर, 2020 माह में ईपीएफ योजना में कुल 6.41 लाख शुद्ध सदस्य शामिल हुए जिनमें महिलाओं की कुल संख्या 1.43 लाख है।
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