आयकर फाइलिंग पोर्टल पर तकनीकी खामियां बरकरार, कुछ चीजें अभी भी शुरू नहीं हुई

Edited By PTI News Agency,Updated: 14 Jun, 2021 04:48 PM

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नयी दिल्ली, 14 जून (भाषा) जोर-शोर से शुरू किये गये आयकर विभाग के ई-फाइलिंग पोर्टल पर उपयोगकर्ताओं को लगातार तकनकी समस्याओं का सामाना करना पड़ रहा है। विभिन्न लेखा परीक्षकों के अनुसार इनमें ‘लॉग इन’ करने में अधिक समय लगना, नोटिस का जवाब देने...

नयी दिल्ली, 14 जून (भाषा) जोर-शोर से शुरू किये गये आयकर विभाग के ई-फाइलिंग पोर्टल पर उपयोगकर्ताओं को लगातार तकनकी समस्याओं का सामाना करना पड़ रहा है। विभिन्न लेखा परीक्षकों के अनुसार इनमें ‘लॉग इन’ करने में अधिक समय लगना, नोटिस का जवाब देने में कठिनाई और इस पर दी गयी सभी सुविधाओं का अबतक काम नहीं करना जैसी समस्याएं शामिल हैं।
नया पोर्टल डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यू.इंकमटैक्स.गॉव़ इन (www.incometax.gov.in) सात जून को चालू किया गया। आयकर विभाग और सरकार ने कहा कि इसका मकसद अनुपालन को करदाताओं के लिये और सुगम बनाना है।

पोर्टल पर काम में तकनीकी समस्याओं की शिकायतें पहले दिन से ही आनी शुरू हो गयीं। एक सप्ताह के बाद भी शिकायतें बनी हुई हैं। करदाता पिछली बार ई-फाइल किए गए अपने रिटर्न नहीं देख पा रहे हैं। कई सुविधाएं अभी शुरू नहीं हुई है। उस पर यह लिखा आ रहा है ‘कमिंग सून’ यानी जल्द शुरू होगी।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने स्वयं पोर्टल तैयार करने वाली आईटी कंपनी इन्फोसिस और उसके चेयरमैन नंदन निलेकणि से आयकर विभाग की नई ई-फाइलिंग वेबसाइट में आ रही तकनीकी खामियों को दूर करने को कहा था।

पोर्टल शुरू होने के दूसरे ही दिन सीतारमण के ट्विटर टाइमलाइन पर भारी संख्या में उपयोगकर्ताओं ने पोर्टल के सही तरीके से काम नहीं करने की शिकायत की थी।

उसके बाद वित्त मंत्री ने इन्फोसिस और उसके चेयरमैन से समस्याओं को दूर करने को कहा था।

सीतारमण के ट्वीट का जवाब देते हुए निलेकणि ने कहा था कि इन्फोसिस तकनीकी दिक्कतें दूर कर रही है।
इन्फोसिस को 2019 में अगली पीढ़ी की आयकर फाइलिंग प्रणाली तैयार करने का अनुबंध दिया गया था। इसका मकसद रिटर्न की प्रसंस्करण प्रक्रिया में लगने वाले 63 दिन के समय को कम कर एक दिन करने और ‘रिफंड’ प्रकिया को तेज करना है।

नांगिया एंड कंपनी एलएलपी भागीदार शैलेश कुमार ने कहा कि पोर्टल में ‘लॉग इन’ करने में होने वाली समस्याओं के साथ महत्वपूर्ण सुविधाएं अभी शुरू नहीं हुई है। जैसे 'ई-कार्यवाही' टैब पर ‘जल्द शुरू होने’ का संदेश आ रहा है। इससे करदाताओं और कर पेशेवरों के बीच आदेशों के संबंध में चिंता बढ़ रही है। आदेश पारित किये जा रहे हैं और संबंधित मामले में अपना पक्ष रखने के लिये पर्याप्त अवसर नहीं मिल रहा है क्योंकि नोटिस के अनुपालन में समस्या आ रही है।

कुमार ने कहा, ‘‘करदाताओं को उन कारणों से दंड भुगतना पड़ सकता है, जो उनके नियंत्रण में ही नहीं है। साथ ही, करदाताओं को विदेशों में धन भेजने के लिए एक बड़ी चुनौती का सामना करना पड़ रहा है क्योंकि वे फॉर्म 15सीए/सीबी जारी करने में असमर्थ हैं। पोर्टल शुरू होने के बाद भी ये समस्या हैं। ये छोटी-मोटी गड़बड़ियां नहीं हैं और इस पर तत्काल ध्यान देने और समाधान करने की आवश्यकता है।’’

एएमआरजी एंड एसोसिएट्स के वरिष्ठ भागीदार रजत मोहन ने कहा कि पिछले सप्ताह से पोर्टल पर जिन सामान्य मुद्दों का सामना करना पड़ रहा है, उनमें ‘लॉग इन’ में 10-15 मिनट का समय लगना, आकलन नोटिस के जवाब दाखिल करने में समस्या, पिछले फाइलिंग से संबंधित आंकड़े पोर्टल पर दिखाई नहीं देना और ई-कार्यवाही प्रणाली का पूरी तरह चालू नहीं होना शामिल हैं।’’
मोहन ने कहा, ‘‘नये आयकर पोर्टल की समस्याओं को जल्द-से-जल्द दूर करने की जरूरत है। तकनीकी खामियों से करदाताओं और कर पेशेवरों को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।’’
डेलॉयट इंडिया की भागीदार आरती राउत ने कहा कि नए आयकर पोर्टल ने सभी के लिये उम्मीदें जगाई हैं। उन्होंने कहा कि नये पोर्टल का लाभ तभी दिखेगा, जब तकनीकी खामियां दूर हो जाएंगी।

ध्रुव एडवाइजर्स एलएलपी भागीदार संदीप भल्ला ने भी कहा कि वेबसाइट उपयोग करने वालों के लिये अनुकूल जान पड़ती है लेकिन यह काफी धीमी चल रही है।




यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।

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