Edited By PTI News Agency,Updated: 19 Oct, 2021 09:19 AM
नयी दिल्ली, 18 अक्टूबर (भाषा) नीति आयोग ने सोमवार को भारत का भू-स्थानिक ऊर्जा मानचित्र पेश किया, जो पारंपरिक बिजली संयंत्रों, तेल और गैस के कुओं, पेट्रोलियम रिफाइनरियों, कोयला क्षेत्रों और कोयला ब्लॉक जैसे सभी ऊर्जा संसाधनों की समग्र तस्वीर...
नयी दिल्ली, 18 अक्टूबर (भाषा) नीति आयोग ने सोमवार को भारत का भू-स्थानिक ऊर्जा मानचित्र पेश किया, जो पारंपरिक बिजली संयंत्रों, तेल और गैस के कुओं, पेट्रोलियम रिफाइनरियों, कोयला क्षेत्रों और कोयला ब्लॉक जैसे सभी ऊर्जा संसाधनों की समग्र तस्वीर प्रदान करता है।
एक आधिकारिक बयान के अनुसार भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने नीति आयोग के सहयोग से ऊर्जा संबंधी मंत्रालयों के साथ मिलकर एक व्यापक जीआईएस (भौगोलिक सूचना प्रणाली) ऊर्जा मानचित्र विकसित किया है।
बयान में कहा गया कि यह मानचित्र देश में ऊर्जा उत्पादन और वितरण का एक व्यापक दृष्टिकोण प्रदान करता है। यह एक अनूठा प्रयास है, जिसका मकसद कई संगठनों में बिखरे हुए ऊर्जा आंकड़े को एकीकृत करना और इसे आकर्षक चित्रात्मक ढंग से प्रस्तुत करना है। इसमें वेब-जीआईएस प्रौद्योगिकी और ओपन-सोर्स सॉफ्टवेयर में नवीनतम प्रगति का लाभ उठाया गया है, ताकि इसे प्रभावी और उपयोगकर्ताओं के अनुकूल बनाया जा सके।
नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार, नीति आयोग के सदस्य वी के सारस्वत और नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत ने भारत का भू-स्थानिक ऊर्जा मानचित्र पेश किया। इसरो के अध्यक्ष और अंतरिक्ष विभाग के सचिव डॉ के सिवन इस कार्यक्रम में मौजूद थे।
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