Edited By PTI News Agency,Updated: 25 Sep, 2022 08:27 PM
नयी दिल्ली, 25 सितंबर (भाषा) पायलटों के एक समूह ने विमान चालक दल के लिए ‘थकान प्रबंधन’ संबंधी नियमों में बदलाव की मांग करते हुए कहा है कि ये नियम वैज्ञानिक सिद्धांतों, परिचालन से जुड़ी जानकारियों और अनुभव पर आधारित होने चाहिए।
नयी दिल्ली, 25 सितंबर (भाषा) पायलटों के एक समूह ने विमान चालक दल के लिए ‘थकान प्रबंधन’ संबंधी नियमों में बदलाव की मांग करते हुए कहा है कि ये नियम वैज्ञानिक सिद्धांतों, परिचालन से जुड़ी जानकारियों और अनुभव पर आधारित होने चाहिए।
दरअसल पायलटों में थकावट चिंता का एक बड़ा मुद्दा है। कई बार ऐसी खबरें आ चुकी हैं कि विमान के पायलट को उड़ान के दौरान नींद आ गई।।
गैर सरकारी संगठन सेफ्टी मैटर्स फाउंडेशन ने हाल में 542 पायलटों पर सर्वे किया था। इस सर्वे में 66 फीसदी पायलटों ने यह स्वीकार किया कि चालक दल के अन्य सदस्यों को सूचना दिए बगैर और बिना किसी योजना के उनको नींद आ गई।
‘इंडियन कमर्शियल पायलट्स एसोसिएशन (आईसीपीए)’ ने नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) से विमान चालक दल के सदस्यों के लिए ‘थकान प्रबंधन’ के मौजूदा नियमों को खत्म करने और नए नियम बनाने का अनुरोध किया है। उसने 12 सितंबर को लिखे अपने पत्र में कहा है कि नए नियम बनाने की प्रक्रिया में पेशेवरों और आईसीपीए जैसे संघों और संगठनों को शामिल किया जाना चाहिए।
आईसीपीए ने कहा, ‘‘फ्लाइट क्रू के थकान प्रबंधन के बारे में मौजूदा सभी नियमन, परिपत्र खत्म किए जाएं क्योंकि ये सभी वैज्ञानिक सिद्धांतों और अंतरराष्ट्रीय नागर विमानन संगठन (आईसीएओ) में दिए गए विभिन्न परिचालन ज्ञान और अनुभवों का उल्लंघन करते हैं।’’
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