Edited By Sonia Goswami,Updated: 28 Oct, 2018 10:39 AM
केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने इनकार कर दिया है कि उनको भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) मद्रास के अध्यक्ष की ओर से किसी प्रकार का पत्र मिला है। उन्होंने आईआईटी-मद्रास को श्रेष्ठ संस्थान (आईओई) का टैग प्रदान करने संबंधी...
नई दिल्लीः केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने इनकार कर दिया है कि उनको भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) मद्रास के अध्यक्ष की ओर से किसी प्रकार का पत्र मिला है। उन्होंने आईआईटी-मद्रास को श्रेष्ठ संस्थान (आईओई) का टैग प्रदान करने संबंधी पत्र के विषय में हो रही बातचीत के दौरान कही।
उन्होंने कहा, 'कोई पत्र नहीं है। मुझे नहीं मालूम यह कहां से आया। उन्होंने पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि उन्होंने (मद्रास आईआईटी) कोई पत्र जारी नहीं किया है।' बता दें कि इससे पहले कई खबरें आई थीं कि आईआईटी-मद्रास के अध्यक्ष और महिंद्रा एंड महिंद्रा समूह के प्रबंध निदेशक पवन गोयनका ने मानव संसाधन विकास मंत्रालय को एक पत्र लिखा है।
कहा जा रहा है कि इस पत्र में उन्होंने आईआईटी-मद्रास को आईओई का दर्जा प्रदान नहीं किए जाने पर असंतोष जाहिर किया था। उनका मानना है कि जिन संस्थानों को यह दर्जा दिया गया है उनकी तुलना में यह संस्थान भी समतुल्य है।
गौरतलब है कि सरकार की ओर से कुछ संस्थानों को आईओए का दर्जा दिया गया है, जिसके बाद उन्हें कई अतिरिक्त अधिकार दिए जाएंगे। इन संस्थानों में कुछ निजी संस्थान भी शामिल है और अस्तित्व में नहीं आई जियो यूनिवर्सिटी को आईओए देने से काफी विवाद हुआ था।