Edited By ,Updated: 10 Aug, 2015 03:58 PM
आज बन रहा है सावन के सोमवार और कामिका एकादशी का शुभ योग। वैसे तो सावन का माह महादेव को समर्पित है लेकिन भगवान विष्णु का पूजन करने से अमोघ फलों की प्राप्ति होती है।
आज बन रहा है सावन के सोमवार और कामिका एकादशी का शुभ योग। वैसे तो सावन का माह महादेव को समर्पित है लेकिन भगवान विष्णु का पूजन करने से अमोघ फलों की प्राप्ति होती है। कामिका एकादशी का व्रत करने से घोर पापों का नाश होता है। संसार का कोई भी पाप ऐसा नहीं है जो इस एकादशी के प्रभाव से समाप्त न होता हो। शास्त्रों में बताया गया है कि परनिंदा, झूठ, ठगी, छल ऐसे पाप हैं जिनके कारण व्यक्ति को नर्क में जाना पड़ता है। इस एकादशी के व्रत से इन पापों के प्रभाव में कमी आती है और व्यक्ति नर्क की यातना भोगने से बच जाता है।
आज ब्रहस्पति और शुक्र दोनों ही सिंह राशि में होंगे, आपको ग्रहों और नक्षत्रों का भी आशीर्वाद प्राप्त होगा। आज के दिन किया गया कोई भी पुण्य कार्य बेशुमार फल देगा।
संध्या के समय करें ये काम
* भगवान शिव को धतूरे के फूल अर्पित करने से मनभावन संतान प्राप्त होती है।
* बेल पत्र अर्पित करने से उम्र बढ़ती है।
* बेल के फूल अर्पित करने से सौभाग्यवती और सुशील जीवन संगनी मिलती है।
* गुड़हल का फूल अर्पित करने से शत्रु हावी नहीं हो पाते।
* शमी के पत्ते अर्पित करने से पाप कटते हैं।
रात को करें ये काम
* रात को जागरण करते हुए नारायण का ध्यान करना चाहिए।
* कीर्तन करें।
* हरि चर्चा करें।
* विष्णुसहस्रनाम का पाठ करें।
11अगस्त को पारण (व्रत तोडऩे का) समय- 05:50 से 08:29
पारण तिथि के दिन द्वादशी समाप्त होने का समय-16:59