रहस्य: इन ज्योतिष कारणों से शुरू होता है बुरा समय

Edited By ,Updated: 10 Nov, 2015 01:00 PM

astrology

कहते हैं न कि जब समय खराब चल रहा होता है तो सब बुरा ही होता है। इतना बुरा कि आपने कभी कल्पना भी नहीं की होती। वैसे बुरे की कल्पना कौन करता है। हमेशा अच्छा-अच्छा सोचने के चलते हमारे मस्तिष्क को अच्छा सोचने का रोग लग जाता है। अच्छा समय सबको अच्छा लगता...

कहते हैं न कि जब समय खराब चल रहा होता है तो सब बुरा ही होता है। इतना बुरा कि आपने कभी कल्पना भी नहीं की होती। वैसे बुरे की कल्पना कौन करता है। हमेशा अच्छा-अच्छा सोचने के चलते हमारे मस्तिष्क को अच्छा सोचने का रोग लग जाता है। अच्छा समय सबको अच्छा लगता है, बुरे समय से सब डरते हैं। इसे लॉं ऑफ नेचर कहें या जीवन की विडंम्बना कि सबके जीवन में अनेक बार बुरा समय आता ही है। जब सब कुछ विपरीत होने लगता है, शांति नहीं मिलती। बुरा दिन किसी विशेष व्यक्ति को चुनकर उसके पास नहीं आता। यह किसी के साथ भी हो सकता है। मेरे या आपके साथ भी। बुरा समय वह नहीं जो एक बड़े स्तर पर आपकी ज़िंदगी बदलकर रख दे परंतु बुरा समय वह है जो आपको धीरे-धीरे उदास करता जाए। 

जिनका बुरा समय चल रहा होता है वह तो किसी की सलाह सुनने को भी राजी नहीं होते। जो कोई भी उन्हें राय देता है वह उसी पर ही अपने गुस्से का बाण छोड़ देते हैं। जब बुरा समय होता है तो अच्छी सलाह भी वैसे ही असर नहीं करती जैसे मृत्यु के वश में रोगी को दवा नहीं लगती। बुरा समय बिन बुलाए मेहमान की तरह आता है अपनी मर्ज़ी से जिसके जाने का कोई समय तय नहीं होता परंतु किसी का बुरा समय कब आएगा इसका जवाब ज्योतिष के पास होता है। 

भारतीय ज्योतिष के सामुद्रिक शास्त्र अनुसार अच्छे या बुरे दिन शुरु होने से पूर्व हर व्यक्ति को उसके संकेत मिलने लग जाते हैं। अगर अच्छे दिन आने वाले हैं तो अच्छे संकेत मिलते हैं। वहीं अगर बुरे दिन आने वाले होते हैं तो उससे पहले अशुभ संकेत मिलते हैं। 

जानिए बुरा समय शुरु होने से पहले क्या संकेत मिलते हैं-

* जब आपका कुत्ता खो जाए या मर जाए। 

* जब घर में तेल से संबंधित नुकसान होने लगे।

* जब कुत्ता आपके घर की तरफ मुंह कर रोने लगे।

* जब आपके घर के बाहर काला कुत्ता लड़े व खुजलाए।

* जब पारिवारिक सदस्यों में से किसी का सोना गुम हो जाए।

* जब आपके करीबी परिजन गलत वजहों से आपसे दूर होने लगें।

* जब आपके सबसे मजबूत कौशल पर लोग प्रश्न चिन्ह लगाने लगे।

* जब पारिवारिक सदस्यों में अचानक और अकारण मन मुटाव होने लगे।

* जब घर में कोर्ई मांगलिक कार्य होने वाला हो व कोई सदस्य बीमार हो जाए।

* जब आपके द्वारा किए गए अच्छे कार्य पर आलोचना या बुरा प्रतिफल मिले।

* जब आपके द्वारा किए गए भलाई के कार्यों में अनापेक्षित अपयश या निंदा मिले।

* जब आपको अपने न समझें और आपकी सही बातों पर आपकी पीठ पीछे आलोचना करें।

* जब दीपावली, होली, दशहरा या राखी जैसे पर्वों पर घर में कलेश होने लगे व बात हाथापाई पर आ जाए।

कब आता है बुरा समय: ज्योतिषशास्त्र के अनुसार व्यक्ति का बुरा समय अधिकतर जन्म चंद्र से विभिन्न ग्रहों के गोचर पर आता है जैसे कि शनि का बारहवें, पहले, दूसरे चौथे व आठवें भाव में गोचर करना। बृहस्पति का छठे, आठवें या दसवें भाव में गोचर करना। राहू का चौथे, नवें या बारहवें भाव में गोचर करना। केतू का तीसरे, छठे या आठवें भाव में गोचर करना। इसके अलावा व्यक्ति का बुरा विभिन्न दशाओं में आता है जैसे की व्यक्ति पर बाधक ग्रह की महादशा चलना। व्यक्ति पर छठे भाव के स्वामी की महादशा चलना। व्यक्ति पर मरकेश ग्रह की महादशा चलना। व्यक्ति पर अष्टम भाव के स्वामी की महादशा चलना। व्यक्ति पर बारहवें भाव के स्वामी की महादशा चलना। इसके अलावा कुंडली में विद्यमान ग्रह दोष का विभिन्न दशाओं में सक्रिय होना। पितृदोष का दशमेश की दशा में सक्रिय होना। पाषदोष का पंचमेश की दशा में सक्रिय होना। केंद्रुम दोष का चंद्र की दशा में सक्रिय होना इत्यादि।

नोट: बुरे समय से काफी हद तक बचा जा सकता है। इसके लिए सही परामर्श और सही समय पर सही उपाय और निदान किए जा सकते हैं।

आचार्य कमल नंदलाल

ईमेल: kamal.nandlal@gmail.com

Related Story

India

397/4

50.0

New Zealand

327/10

48.5

India win by 70 runs

RR 7.94
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!