Edited By Punjab Kesari,Updated: 01 Feb, 2018 12:54 PM
पेश होने वाले आम बजट से देश के युवा वर्ग ने भी ढेर सारी उम्मीदें लगा रखी थी ...
नई दिल्लीः पेश होने वाले आम बजट से देश के युवा वर्ग ने भी ढेर सारी उम्मीदें लगा रखी थी जिन्हें मोदी सरकार ने पूरा कर दिया है। मोदी सरकार दुारा लोकसभा चुनावों से पहले जारी किए जाने वाले इस पूर्ण बजट में युवाओं की शिक्षा पर और शिक्षा सुधार को महत्व देते हुए वित्त मंत्री अरुण जेटली ने शिक्षा को लेकर ये प्रस्ताव रखे है। जिससे शिक्षा के क्षेत्र में बदलाव की उम्मीद है। अरुण जेटली ने अपनी स्पीच में कहा कि सरकार का लक्ष्य 20 लाख बच्चों को स्कूल भेजने का है।
शिक्षकों के लिए एकीकृत बीएड कार्यक्रम शुरु किया जाएगा।
2022 तक आदिवासी बहुल सभी ब्लाकों में एकलव्य स्कूल खोले जाएंगे।
अगले 4 साल में स्कूलों के इन्फ्रास्ट्रक्चर पर खर्च होगें 1 लाख करोड़ रुपए
डिजिटल माध्यम से दी जाएगी शिक्षा
प्री - नर्सरी से 12वीं क्लास तक नई शिक्षा नीति
बीटेक विद्यार्थियों के लिए शुरु होगी प्रधानमंत्री रिसर्च फेलो योजना
नवोदय विद्यालय की तर्ज पर अनुसूचित जाति के छात्रों के लिए एकलव्य विद्यालय खुलेंगे।
दो नये स्कूल ऑफ प्लानिंग एंड आर्किटेक्चर खोले जायेंगे।
नगर नियोजन एवं वास्तुशिल्प के दो नए विद्यालय खोले जाएंगे। 18 नए आईआईटी और एनआईआईटी भी खुलेगें।
24 नए सरकारी मेडिकल कॉलेज खुलेंगे