Edited By Riya bawa,Updated: 26 Jun, 2020 11:31 AM
सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन की ओर से 10वीं-12वीं कक्षा के एग्जाम कैसिंल होने के बाद बोर्ड आज परिणाम डेट जारी कर सकता है। बीते दिन सुप्रीम कोर्ट ने साफ कर दिया है कि 1 जुलाई से 15 जुलाई...
नई दिल्ली: सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन की ओर से 10वीं-12वीं कक्षा के एग्जाम कैसिंल होने के बाद बोर्ड ने परिणाम डेट जारी कर दी है। सीबीएसई और आईसीएससी की परीक्षाओं को लेकर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई चल रही है। सीबीएसई और आईसीएससी दोनों बोर्ड ने कहा है कि वह 10वीं और 12वीं के नतीजे 15 जुलाई तक जारी कर देंगे। सुप्रीम कोर्ट ने सीबीएसई को 10वीं 12वीं की शेष परीक्षाएं रद्द करने के लिए नोटिफिकेशन जारी करने की इजाजत दे दी है।
सुप्रीम कोर्ट में 10.30 बजे से सुनवाई शुरु हो गयी थी। सीबीएसई ने नोटिफिकेशन प्रस्तुत किया। सीबीएसई बोर्ड ने मार्किंग सिस्टम से लेकर 15 जुलाई तक रिजल्ट जारी करने की पूरी योजना प्रस्तुत की। बीते दिन सुप्रीम कोर्ट ने साफ कर दिया है कि 1 जुलाई से 15 जुलाई के बीच परीक्षाएं नहीं करवाई जाएंगी। छात्रों के रिजल्ट घोषित करने के लिए सीबीएसई की ओर से नई स्कीम बनाई जाएगी और उस आधार पर मूल्यांकन करके रिजल्ट जारी किया जाएगा। बताया जा रहा है कि सीबीएसई 15 जुलाई तक रिजल्ट घोषित कर सकता है।
ऐसे होगा मूल्यांकन
- पिछले तीन एग्जाम के आधार पर आकलन कर नंबर दिए जाएंगे।
- ये मार्किंग या असेस्मेंट सिर्फ बचे हुए पेपर के लिए है जिनका अब तक एग्जाम नहीं हो पाया है।
- जो छात्र इस साल आयोजित हो चुके अपने तीन एग्जाम में बेहतर नहीं कर पाए हैं और लंबित एग्जाम देना चाहते हैं उनके पास स्थिति सामान्य होने पर परीक्षा देने का विकल्प होगा।
- इसके लिए कोई समय तय नहीं किया गया है. हालात को देखते हुए फैसला लिया जाएगा।
गौरतलब है कि कोरोना संकट के कारण मार्च में कोरोना वायरस के मामले अचानक बढ़ने पर सीबीएसई और सीआइएससीई ने बोर्ड परीक्षाएं स्थगित कर दी गई थीं। बीते दिनों दोनों ही बोर्ड ने इन परीक्षाओं का आयोजन एक जुलाई से करने की घोषणा की थी। लेकिन कोर्ट ने दसवीं और बारहवीं की बची परीक्षाएं रद्द करने के फैसला ले लिया है।
सीबीएसई बोर्ड की लंबित परीक्षाएं 1 जुलाई से 15 जुलाई तक होनी थीं. मगर एग्जाम रद्द करने को लेकर कुछ पेरेंट्स ने सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) में याचिका दायर की थी, जिसके बाद कोर्ट ने सीबीएसई से पूछा था कि क्या परीक्षाएं रद्द की जा सकती हैं. इसी के बाद अब बोर्ड ने अपना जवाब दाखिल करते हुए कोर्ट को दसवीं और बारहवीं की बची परीक्षाएं रद्द करने के फैसले की जानकारी दी।