Edited By ,Updated: 01 Sep, 2016 11:43 PM
भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर रघुराम राजन ने वीरवार को कहा कि वे अपने पद पर कुछ समय और रकना चाहते ...
नई दिल्ली : भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर रघुराम राजन ने वीरवार को कहा कि वे अपने पद पर कुछ समय और रकना चाहते थे लेकिन अपने सेवाकाल के विस्तार के बारे में सरकार से ‘उचित तरह का समझौता’ नहीं हो सका। राजन का तीन साल का कार्यकाल इसी चार सितंबर को समाप्त हो रहा है। उन्होंने एक साक्षात्कार में कहा,‘ अधूरे काम को देखते हुए मैं रुकना चाहता था लेकिन एेसा हुआ नहीं। बात यहीं खत्म हो गई।’
उल्लेखनीय है कि राजन विभिन्न मुद्दों पर अपने मुखर विचारों के लिए चर्चित रहे। कई मुद्दों पर उनके विचारों को सरकार के विचारों के खिलाफ देखा गया। साक्षात्कार में राजन ने देश में बढ़ती असहिष्णुता पर अपनी विवादास्पद भाषण का बचाव किया।
इस बयान से सरकार काफी असहज हो गई थी। विभिन्न अवसरों पर ‘लीक से परे’ बोलने को लेकर अपनी आलोचनाओं को खारिज करते हुए राजन ने कहा कि कि किसी भी सार्वजनिक व्यक्तित्व या हस्ती का यह ‘वैध कर्तव्य‘ तथा ‘नैतिक दायित्व’ बनता है कि वह युवाओं को बताए कि अच्छी नागरिकता क्या होती है।