Edited By ,Updated: 16 Jun, 2016 10:47 PM
तीन दशकों से भी ज्यादा के इंतजार के बाद भारतीय वायुसेना को चौथे हल्के लड़ाकू विमान की आपूर्ति कर...
नई दिल्ली : तीन दशकों से भी ज्यादा के इंतजार के बाद भारतीय वायुसेना को चौथे हल्के लड़ाकू विमान की आपूर्ति कर अगले महीने स्वदेशी तेजस का पहला स्क्वाड्रन सौंपा जाएगा। बहरहाल, पहला स्क्वाड्रन सिर्फ चार तेजस विमानों से बना होगा जबकि दुनिया भर में एक स्क्वाड्रन में कम से कम 16 विमान होते हैं। सरकारी कंपनी हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) ने तेजस का निर्माण किया है।
एचएएल एक जुलाई को वायुसेना को चौथा विमान सौंप देगी। चौथे विमान का इस्तेमाल प्रशिक्षण एवं अनुकूलन के लिए होगा। वायुसेना अभी 120 तेजस विमान हासिल करने की योजना बना रही है जिसमें 100 विमानों में काफी संशोधन किए गए हैं ।