Edited By Niyati Bhandari,Updated: 23 Jul, 2019 09:51 AM
धर्मनगरी में 17 जुलाई से श्रावण मास के साथ ही कांवड़ियो का आगमन शुरू हो गया था। लाखों पैदल कांवड़िए गंगाजल भरकर अपने गंतव्य को लौट चुके हैं। पुलिस के दावे के अनुसार श्रावण मास शुरू होने से 22 जुलाई
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हरिद्वार (स.ह.) : धर्मनगरी में 17 जुलाई से श्रावण मास के साथ ही कांवड़ियो का आगमन शुरू हो गया था। लाखों पैदल कांवड़िए गंगाजल भरकर अपने गंतव्य को लौट चुके हैं। पुलिस के दावे के अनुसार श्रावण मास शुरू होने से 22 जुलाई शाम 6 बजे तक 58 लाख 40 हजार से अधिक कांवड़िए लौट चुके हैं।
मीडिया सैल के मुताबिक हरिद्वार पुलिस के खोया-पाया सैल ने अब तक 33 कांवड़ियों को उनके परिजनों से मिलवाया। कांवड़िए भीड़ में गुम हो गए थे। इनमें से दिल्ली, पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के अधिकांश कांवड़िए शामिल थे। अब तक जल पुलिस ने 8 से अधिक कांवडिय़ों को गंगा में डूबने से बचाया है। कई कांवड़ियों को गंगा की बीच धारा में जाने से जल पुलिस ने रोका है।
पंचक के बाद भी नहीं ठिठके कांवड़िए: पंचक लगी होने के बावजूद लाखों की तादाद में कांवड़िए गंगा जल भरकर जा रहे थे। हाईवे पर बड़ी संख्या में कांवडिय़ों की भीड़ से यातायात बाधित हो रहा था।