Edited By ,Updated: 29 Mar, 2016 12:49 PM
हमारी जीवनशैली और वास्तुशास्त्र के बीच गहरा संबंध है। वर्त्तमान जटिल जीवनशैली में हम वास्तुशास्त्र के नियमों को अनदेखा कर अनुचित तरीके से घर का निर्माण कर लेते हैं अथवा
हमारी जीवनशैली और वास्तुशास्त्र के बीच गहरा संबंध है। वर्त्तमान जटिल जीवनशैली में हम वास्तुशास्त्र के नियमों को अनदेखा कर अनुचित तरीके से घर का निर्माण कर लेते हैं अथवा पूर्वनियोजित फ्लेट यां अपार्टमेन्ट खरीद लेते हैं तथा कई बार घर में वास्तु दोष हमारी ही असावधानी एवं अज्ञानता के कारण भी उत्पन्न हो जाता है। लाईफस्टाईल में छोटा सा बदलाव करके मनचाही इच्छाएं पूरी कर सकते हैं। कुछ ही दिनों में फर्क नजर आएगा।
* नोट कमाने की सभी कोशिशें व्यर्थ साबित हो रही हैं तो मंदिर में लाल रंग का प्रयोग अधिक से अधिक करें।
* जिस स्थान पर अपना पर्स रखते हैं उस स्थान पर लाल व पीले रंग का पेंट करवाएं अथवा इन रंगों का कपड़ा बिछा दें।
* प्रतिदिन घर में बनने वाली प्रथम रोटी अग्निदेव अथवा गाय को अर्पित करें तथा अंतिम रोटी कुत्ते को खिलाएं। ऐसा करने से भाग्य के द्वार खुलते हैं और कभी घर अथवा पारिवारिक सदस्यों का अमंगल नहीं होता।