Edited By ,Updated: 11 May, 2016 12:05 PM
सीढ़ियां सभी के घर में बनी होती हैं। घर की सीढ़ियां वास्तु के अनुसार बनाई जाएं तो हम जीवन में हमेशा कामयाब अौर सफल हो सकते हैं। सीढ़ियों में वास्तु दोष होने पर
सीढ़ियां सभी के घर में बनी होती हैं। घर की सीढ़ियां वास्तु के अनुसार बनाई जाएं तो हम जीवन में हमेशा कामयाब अौर सफल हो सकते हैं। सीढ़ियों में वास्तु दोष होने पर फायदे की जगह नुक्सान भी हो सकता है।
* घर में सीढ़ियां बनाते समय उनकी दिशा उत्तर से दक्षिण की अोर अथवा पूर्व से पश्चिम दिशा की अोर होनी चाहिए। पूर्व दिशा से बनवाते समय सीढ़ियां पूर्वी दीवार से कम से कम 3 इंच की दूरी पर बनवानी चाहिए।
* घर में नैऋत्य दिशा( दक्षिण दिशा) में सीढ़िया बनानी चाहिए। ईशान दिशा (उत्तर-पूर्व) में सीढ़ियां बनाने से आर्थिक हानि, स्वास्थ्य, नौकरी अौर व्यापार में नुक्सान होता है।
* दक्षिण पूर्व भाग में सीढ़ियां बनाने से उन्नति होने की बजाय अवनति होती है। इस दिशा में सीढ़ियां होने से जहां नुक्सान होता है वहीं बच्चों का स्वास्थ्य भी खराब रहता है।
* जो लोग स्वयं नीचे वाली मंजिल में रहते हैं अौर ऊपर वाली मंजिल में किराएदार रखते हैं, उन्हें मेन गेट के सामने सीढ़ियां नहीं बनवानी चाहिए। इससे किराएदार प्रतिदिन उन्नति करेगें अौर आप अवनति की अोर अग्रसर होगें।
उपाय :
1. कई लोग सीढ़ियों के नीचे जूते-चप्पलों वाला रैक बना देते हैं या घर का फालतू सामान रख देते है। ऐसा न करें सीढ़ियों के नीचे का स्थान खाली रखें।
2. सीढ़ियों के दोनों तरफ शुरु अौर अंत में दरवाजे बनवाएं।
3. सीढ़ियों के वास्तु दोष को दूर करने के लिए मिट्टी के बर्तन में बारिश का पानी भर कर उसे मिट्टी के ढक्कन से ढंक कर रखें।
4. यदि ये सब न कर सकें तो चिड़ियों के लिए मिट्टी के एक बर्तन में सतनाजा अौर दूसरे में पानी रखने से भी सीढ़ियों का वास्तु दोष खत्म किया जा सकता है।