Edited By ,Updated: 09 Oct, 2016 03:58 PM
घर में वास्तु के नियमों को ध्यान में रखने से नकारात्मक ऊर्जा का नाश होता है। साथ ही सकारात्मक ऊर्जा का आगमन होता है। वास्तु के
घर में वास्तु के नियमों को ध्यान में रखने से नकारात्मक ऊर्जा का नाश होता है। साथ ही सकारात्मक ऊर्जा का आगमन होता है। वास्तु के अनुसार सोने का तरीका अौर बेड भी की कई बुरी आदतों का कारण बन सकता है। वास्तु में कुछ नियम बताए गए हैं जिन पर अमल न करने से कई प्रकार की परेशानियों को झेलना पड़ता है। वास्तु की कुछ बातों का ध्यान रखकर इन परेशानियों से बचा जा सकता है।
* बेड के मध्य कोई लैम्प, पंखा, इलैक्ट्रानिक उपकरण आदि नहीं होना चाहिए। इस प्रकार के बेड पर सोने से व्यक्ति का पाचन खराब रहता है।
* घड़ी को कभी भी सिर के नीचे या बेड के पीछे रखकर न सोएं। बेड के सामने भी घड़ी न लगाएं नहीं तो बेड पर शयन करने वाला व्यक्ति सदैव चिंता से ग्रसित रहता है। घड़ी सदैव बेड के बाएं या दाएं अोर लगानी चाहिए।
* बेड पर अधिक डिजाइन एवं रंग-बिरंगी चादर अौर तकिए नहीं रखने चाहिए।
* शयन कक्ष में मंदिर अौर पूर्वजों के चित्र न लगाएं।
* शयन कक्ष में युद्ध वाले, डरावने अौर हिंसक जानवरों के चित्र लगाने से भी बचना चाहिए। सादे अौर सुंदर चित्र लगाना शुभ होता है।
* शयन कक्ष में हल्का गुलाबी रंग का प्रकाश होने से दांपत्य जीवन में प्रेम बना रहता है।
* वास्तु के अनुसार बेडरूम के सामने पैर करके सोना अशुभ होता है।
* सदैव दक्षिण दिशा में सिर और उत्तर दिशा में पैर करके सोने से व्यक्ति को गहरी नींद अौर दीर्घायु की प्राप्ति होती है।