Edited By ,Updated: 17 Sep, 2023 03:51 AM

देश में विभिन्न कारणों से लोगों में आत्महत्या की दुष्प्रवृत्ति तेजी से बढ़ रही है जिससे बड़ी संख्या में परिवार उजड़ रहे हैं। मात्र 4 दिनों के निम्न उदाहरणों से स्पष्ट है कि यह समस्या कितना गंभीर रूप धारण करती जा रही है :
देश में विभिन्न कारणों से लोगों में आत्महत्या की दुष्प्रवृत्ति तेजी से बढ़ रही है जिससे बड़ी संख्या में परिवार उजड़ रहे हैं। मात्र 4 दिनों के निम्न उदाहरणों से स्पष्ट है कि यह समस्या कितना गंभीर रूप धारण करती जा रही है :
* 14 सितम्बर को डेराबस्सी के हैबतपुर रोड पर अपनी पत्नी और बच्चों से अलग गर्लफ्रैंड के साथ रहने वाले व्यक्ति ने गर्लफ्रैंड की फिजूलखर्ची से परेशान होकर पंखे से फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली।
* 14 सितम्बर को ही जगराओं में प्रेमिका से परेशान विवाहित युवक ने सल्फास की गोलियां निगल लीं, जिससे उसकी जान चली गई।
* 13 सितम्बर को फरीदकोट में ट्रैवल एजैंट द्वारा पुर्तगाल भेजने के नाम पर साढ़े 3 लाख रुपए की ठगी करने तथा बैंक अधिकारियों द्वारा नौकरी से निकालने से परेशान एक 40 वर्षीय व्यक्ति द्वारा वृक्ष के साथ फंदा लगाकर आत्महत्या करने के सिलसिले में थाना पुलिस ने ट्रैवल एजैंट तथा बैंक अधिकारियों सहित 6 लोगों के विरुद्ध केस दर्ज किया।
* 13 सितम्बर को ही डेरा बाबा नानक की एक बॉक्सर युवती ने पंजाब पुलिस में कांस्टेबल अपने पुरुष मित्र द्वारा उससे बलात्कार करने और जबरदस्ती गर्भपात करवाने से परेशान होकर आत्महत्या कर ली।
* 13 सितम्बर को नवी मुम्बई में एक 16 वर्षीय लड़की को परेशान करके आत्महत्या करने के लिए विवश करने के आरोप में एक 20 वर्षीय युवक के विरुद्ध केस दर्ज किया गया।
* 13 सितम्बर को भोपाल में आत्महत्या करने वाली एक महिला ने सुसाइड नोट में आरोप लगाया कि उसका पति उसके चरित्र पर शक करने के कारण उसे टार्चर करता था, जिससे वह आत्महत्या करने को विवश हुई।
* 13 सितम्बर को गुवाहाटी में ससुराल वालों द्वारा दहेज के लिए तंग किए जाने के कारण एक महिला द्वारा आत्महत्या के सिलसिले में पुलिस ने उसके ससुराल वालों के विरुद्ध केस दर्ज किया।
* 13 सितम्बर को ही गुरुग्राम में हिमाचल की एक युवती के साथ गैस्ट हाऊस में जन्मदिन मनाने आए कारोबारी ने फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। मृतक के परिजनों ने युवती पर आरोप लगाया कि वह पिछले कुछ महीनों से उसे ब्लैकमेल कर रही थी।
* 12 सितम्बर को पटियाला के थाना धग्गा इलाके में शराबी पति से परेशान होकर एक महिला नहर में कूद गई जिससे उसकी मौत हो गई।
* 12 सितम्बर को ही अमृतसर में अपने ससुराल वालों से परेशान एक महिला वकील ने पंखे से फंदा लगाकर जीवन लीला समाप्त कर ली।
* 12 सितम्बर रात को कोटा में ‘नीट’ परीक्षा की तैयारी कर रही 16 वर्षीय छात्रा ने पंखे से फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली।
* 11 सितम्बर को खन्ना में अपने माता-पिता की मृत्यु के बाद बहन और जीजा के साथ रहने वाले एक 12 वर्षीय बच्चे ने पंखे से फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। मृतक के जीजा के अनुसार हो सकता है कि टी.वी. में कोई दृश्य देखने के बाद उसने यह कदम उठाया हो।
* 11 सितम्बर को ही कानपुर में बार-बार बलात्कार की शिकार 17 वर्षीय एक युवती द्वारा जहर खाकर आत्महत्या कर लेने के सिलसिले में उसके रिश्तेदार के विरुद्ध केस दर्ज किया गया।
करियर से संबंधित समस्याएं, दुव्र्यवहार, हिंसा, पारिवारिक समस्याएं, शराब की लत, वित्तीय नुक्सान, विवाह से जुड़ी समस्याएं, प्रेम प्रसंग, ऋण, किसी प्रियजन की मौत, सम्पत्ति संबंधी विवाद, बलात्कार, विभिन्न कारणों से बदनामी, अवैध संबंध आदि आत्महत्याओं के कारण बन रहे हैं। लोग इस तरह की बातों से हताश और निराश होकर आत्महत्या जैसा बड़ा पग उठाकर अपनी जीवन लीला समाप्त करने के साथ-साथ पीछे अपने परिवारों को रोता-बिलखता छोड़ जाते हैं। निष्कर्ष यही है कि कई बार जब व्यक्ति को अपनी समस्याओं का समाधान नहीं सूझता और उसे कोई रास्ता दिखाने वाला नहीं मिलता तो वह आत्महत्या का रास्ता अपना लेता है। इसका एक मुख्य कारण संयुक्त परिवारों का न होना भी है क्योंकि परिवार में कोई बड़ा-बुजुर्ग, माता-पिता आदि न होने के परिणामस्वरूप हताशा की स्थिति में रास्ता दिखाने वाला न होने की वजह से अवसादग्रस्त व्यक्ति ऐसा कदम उठाने को प्रेरित हो जाता है।—विजय कुमार