टाटा ग्रुप फिर से ब्यूटी बिजनेस में धाक जमाने की तैयारी में, 23 साल पहले कहा था अलविदा

Edited By jyoti choudhary,Updated: 15 Dec, 2021 05:43 PM

tata puts  key focus  on beauty business as startups blaze the trail

टाटा ग्रुप फिर से ब्यूटी सेगमेंट्स में अपनी धाक जमाने की योजना बना रहा है। ब्यूटी और फैशन रिटेलर नायका की सफलता के बाद टाटा ग्रुप ने यह योजना बनाई है। टाटा ग्रुप ने 23 साल पहले ही इस बिजनेस को अलविदा कर दिया था लेकिन देश में कॉस्मेटिक्स का बाजार...

बिजनेस डेस्कः टाटा ग्रुप फिर से ब्यूटी सेगमेंट्स में अपनी धाक जमाने की योजना बना रहा है। ब्यूटी और फैशन रिटेलर नायका की सफलता के बाद टाटा ग्रुप ने यह योजना बनाई है। टाटा ग्रुप ने 23 साल पहले ही इस बिजनेस को अलविदा कर दिया था लेकिन देश में कॉस्मेटिक्स का बाजार तेजी से बढ़ रहा है और साल 2025 तक इसके 20 अरब डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है।

टाटा ग्रुप की रिटेल स्टोर्स चलाने वाली कंपनी ट्रेंट लिमिटेड के नॉन एग्जीक्यूटिव चेयरमैन नोएल टाटा ने ब्लूमबर्ग के साथ एक इंटरव्यू में कहा कि अब कंपनी का जोर फुटवियर और अंडरवियर के साथ-साथ ब्यूटी प्रॉडक्ट्स पर रहेगा। उन्होंने कहा कि रिटेल में इनमें ग्रोथ की संभावना है।

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2025 तक दोगुना हो जाएगा मार्केट
देश में ब्यूटी सेक्टर का मार्केट तेजी से बढ़ रहा है। साल 2025 तक इसके 20 अरब डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है, जो 2017 में 11 अरब डॉलर का था। कोरोना काल में इस मार्केट में काफी ग्रोथ देखने को मिली है। इसमें मुंबई की ऑनलाइन रिटेलर नायका की अहम भूमिका है। हाल में इस स्टार्टअप कंपनी का आईपीओ जबरदस्त हिट रहा था और कंपनी की मार्केट वैल्यू 13 अरब डॉलर पहुंच चुकी है।

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1953 में सिमोन टाटा ने की थी Lakme ब्रांड की स्थापना
बता दें कि टाटा ग्रुप के लिए ब्यूटी बिजनेस कुछ नया नहीं है। ब्यूटी सेक्टर में टाटा ग्रुप की धाक थी। नोएल टाटा की मां सिमोन टाटा ने 1953 में Lakme ब्रांड की स्थापना में अहम भूमिका निभाई थी लेकिन टाटा ने 1998 यानी 23 साल पहले Lakme को Unilever Plc की लोकल यूनिट को बेच दिया था। 2014 में कंपनी ने फिर से इस सेक्टर में एंट्री मारी थी लेकिन अब कंपनी इसे गंभीरता से ले रही है।

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कंपनी के लिए इस सेगमेंट्स में सौदा हो सकता है अच्छा
ब्यूटी, फुटवियर और अंडरवियर कैटेगरी से ट्रेंट का रेवेन्यू 10 करोड़ डॉलर है लेकिन इसका टोटल मार्केट करीब 30 अरब डॉलर है। WealthMills Securities Pvt  में इक्विटी स्ट्रैटजिस्ट Kranthi Bathini का कहना है कि ये तीन सेगमेंट्स टाटा के लिए फायदे का सौदा साबित हो सकते हैं क्योंकि वह तेजी से अपने स्टोर्स और डिस्ट्रिब्यूशन चैनल्स का विस्तार कर रहा है। इनमें कंप्टीशन बहुत ज्यादा है लेकिन इकोनॉमी के पटरी पर लौटने के साथ ही ब्यूटी प्रॉडक्ट्स की खपत भी तेजी से बढ़ रही है।

टाटा ने कहा कि ट्रेंट इनहाउस कॉस्मेटिक्स ब्रांड्स की नई लाइन्स बना रही है जो ग्रोथ का इंजन हो सकती हैं। इन प्रॉडक्ट्स को कंपनी की रिटेल स्टोर चेन Westside के जरिए बेचा जा सकता है या स्टैंडअलोन स्टोर्स और डिजिटल चैनलों से इनकी बिक्री हो सकती है। नोएल टाटा रतन टाटा के सौतेले भाई हैं और रतन टाटा ट्रस्ट बोर्ड में ट्रस्टी हैं। वह पिछले 2 दशक से भी अधिक समय से टाटा ग्रुप के रिटेल ऑपरेशंस को देख रहे हैं।
 

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