Edited By Prachi Sharma,Updated: 23 Jun, 2024 11:30 AM

घर बनवाते समय वास्तु शास्त्र एक अहम भूमिका निभाता है। इसके मुताबिक अगर घर बनवाया जाए तो जीवन बहुत ही सुन्दर हो जाता है। वहीं दूसरी तरफ अगर आप इनका पालन नहीं करते हैं तो बहुत सी
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Vastu Tips: घर बनवाते समय वास्तु शास्त्र एक अहम भूमिका निभाता है। इसके मुताबिक अगर घर बनवाया जाए तो जीवन बहुत ही सुन्दर हो जाता है। वहीं दूसरी तरफ अगर आप इनका पालन नहीं करते हैं तो बहुत सी परेशानियों से आपका पाला पड़ सकता है। तो आज इस आर्टिकल में बात करेंगे की यदि आप दक्षिण मुखी जमीन में घर बनवाते हो तो आपको कौन से नियमों को ध्यान में रखना चाहिए।
अक्सर ये देखने में आता है कि लोग दक्षिण मुखी घर लेने से कतराते है। ऐसा इस वजह से क्योंकि वास्तु शास्त्र में इसे शुभ नहीं माना जाता है। इस जगह पर घर लेने से सदैव आपके घर में नकारात्मकता का वास बना रहता है। यदि आप घर बनवाने के लिए कुछ वास्तु नियमों का ध्यान रखते हैं तो नेगेटिव वाइब्स से हमेशा आपकी दूरी बनी रहती है। सबसे पहले तो जानते हैं दक्षिण दिशा कैसी होती है।

दक्षिण मुखी जमीन उसे कहते हैं जब आप मुख्य द्वार के अंदर की तरफ मुख कर के खड़े होते हैं और आपका मुख दक्षिण की तरफ हो। उस दिशा को दक्षिण मुखी कहते हैं। यदि आपने इस तरह की कोई जमीन खरीद ली है तो कुछ वास्तु नियम हैं जिन्हें नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।
Vastu tips for south facing plot दक्षिण मुखी जमीन के वास्तु टिप्स
दक्षिण मुखी जमीन पर यदि आप मुख्य द्वार बना रहे हैं तो इसके लिए दक्षिण-पूर्व कोना ही शुभ माना जाता है। यदि आप इसे दक्षिण-पश्चिम दिशा की तरफ बनवा रहे हैं तो तुरंत रुक जाएं। ऐसा करने आपके लिए परेशानियों को बुलावा दे सकता है।

Pooja room should be like this ऐसा हो पूजा कक्ष
पूजा स्थान घर की सबसे पवित्र जगह होती है। वास्तु शास्त्र के अनुसार अगर घर का मंदिर सही हो तो। पूजा-पाठ का दोगुना फल मिलता है। इसको बनाने के लिए उत्तर-पूर्व दिशा ही सबसे बेस्ट होती है।
Your home kitchen should be like this ऐसी हो आपके घर की किचन
घर की गृहणी ज्यादा से ज्यादा समय किचन में बिताती है। वास्तु के अनुसार दक्षिण मुखी दिशा वाले घर में दक्षिण-पूर्व दिशा में रसोई घर बनवाना चाहिए। इसी के साथ एक बात का ध्यान रखें कि इसमें एक छोटी खिड़की भी बनी हो।
